यूपी के प्रमोटी आईएएस अफसरों का धर्म संकट: प्रशिक्षण लें या माल काटें

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विशेष संवाददाता
लखनऊ। पीसीएस से तरक्की पाकर आईएएस बने यूपी के तमाम अफसर फिलहाल मुश्किल में हैं। ये ऐसे अफसर हैं जिन्हें आईएएस बनने के बाद डीएम की कुर्सी मिली है। पशोपेश में हैं कि पांच हफ्ते के प्रशिक्षण पर जाएं या फिर किसी तरह नाम कटवाएं। पीसीएस से आईएएस बने करीब दो दर्जन ऐसे अफसर हैं जिन्हें इंडक्सन ट्रेनिंग के लिए जाना है और वह भी उस वक्त जब प्रदेश में पंचायत चुनाव की तैयारियां चरम पर होंगी या पंचायत चुनाव हो रहे होंगे। जो अफसर सचिवालय अथवा विभागों में तैनात हैं उन्हें तो मजा आ रहा है लेकिन कलेक्टरी कर रहे कई आईएएस अफसर उलझन में हैं। वैसे सात चरणों में पीसीएस से आईएएस बने राज्य के 103 अफसरों को इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लेना है।
दरअसल केंद्र सरकार के कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग ने देश के 23 राज्यों से 454 आईएएस अधिकारियों को इन्डक्सन ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए नामित किया है, जिन्हें मसूरी, कोलकाता, मैसूर, केरल के प्रशासनिक ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में प्रशिक्षण दिया जायेगा। इन अफसरों को 11 दिसम्बर, 2015 तक इंडक्सन ट्रेनिंग प्राप्त कर लेना है। इन अधिकारियों का पहला बैच 27 जुलाई से शुरू हो चुका है। ये मसूरी में ट्रेनिंग प्राप्त करेगा, जिसमें 13 आईएएस अधिकारी शामिल हैं। इसी प्रकार इंडक्सन ट्रेनिंग का दूसरा बैच पश्चिम बंगाल के एटीआई कोलकाता में 3 अगस्त से शुरू होगी, जिसमें प्रदेश के 14 आईएएस अधिकारी शामिल होंगे, जिनमें 2002 बैच के अरूण कुमार मिश्र, सत्येन्द्र सिंह, वीरेश्वर सिंह, जयप्रकाश सगर, निखिल चन्द्र शुक्ला, जिलाधिकारी मुजफ्फरनगर, हरिकान्त त्रिपाठी, नरेन्द्र कुमार सिंह चौहान, जिलाधिकारी फर्रुखाबाद, 2003 बैच के केदारनाथ, सत्येन्द्र कुमार सिंह, 2004 बैच के अशोक कुमार श्रीवास्तव, 2006 बैच के योगेश कुमार शुक्ला, राजीव शर्मा, राजेन्द्र प्रताप सिंह तथा 2008 बैच की सुश्री भावना श्रीवास्तव भी शामिल हैं।  इन समस्त अधिकारियों की ट्रेनिंग 11 सितम्बर को समाप्त होगी।
इसी कड़ी में प्रदेश के 18 आईएएस अधिकारियों का तीसरा बैच मैसूर के एटीआई में 17 अगस्त से प्रशिक्षण प्राप्त करेगा। जिनमें 2001 बैच के शम्भूनाथ जिलाधिकारी बदायूं, 2002 बैच की श्रीमती पुष्पा सिंह जिलाधिकारी फतेहपुर, ओमप्रकाश वर्मा जिलाधिकारी शामली, जगतराज जिलाधिकारी अमेठी, पी.सी. गुप्ता, रूद्रप्रताप सिंह, रामविशाल मिश्रा, प्रमोद कुमार अग्रवाल, 2003 बैच की श्रीमती कनक त्रिपाठी, 2005 बैच के राघवेन्द्र विक्रम सिंह जिलाधिकारी श्रावस्ती, दिग्विजय सिंह आरएफसी बरेली, नरेन्द्र शंकर पाण्डेय, दिनेश कुमार सिंह, 2006 बैच के शाहिद मंजर अब्बास रिजवी, 2008 बैच के चन्द्रभूषण सिंह, सहदेव एवं राजेन्द्र प्रताप पाण्डेय को शामिल किया गया है। इस बैच की  ट्रेनिंग 25 सितम्बर को समाप्त होगी।
13 आईएएस अधिकारियों का चौथा ग्रुप एटीआई केरला में 7 सितम्बर से प्रशिक्षण लेगा इनमें 1999 बैच के प्रेमांशु कमिश्नर बरेली, 1999 बैच सूर्य प्रकाश मिश्र, 2000 बैच दिनेश कुमार सिंह और मनोज मिश्र, 2002 बैच के अलका टंडन, रमेश मिश्र डीएम हरदोई, सुनील कुमार श्रीवास्तव, भवनाथ अपर आबकारी आयुक्त, वेद प्रकाश, 2004 बैच के मदन पाल, 2005 बैच के विद्यासागर प्रसाद और सुरेश कुमार सिंह, 2008 बैच के उदयवीर सिंह यादव।
पांचवें चरण में कुल 12 आईएएस अधिकारी एटीआई केरला में 2 नवम्बर से प्रशिक्षण लेंगे। इनमें 1999 बैच के चन्द्र कान्त कमिश्नर अलीगढ और इसी बीच के मणि प्रसाद मिश्र सचिव गृह, 2000 बैच के मुरली मनोहर लाल डीएम बलिया, 2001 बैच राकेश कुमार, 2002 बैच ओम नारायण सिंह डीएम पीलीभीत,राजमणि यादव, हरेन्द्र वीर सिंह, शिव श्याम मिश्र, 2003 बैच के श्याम नारायाण त्रिपाठी, 2005 बैच  डॉ सुरेन्द्र कुमार और बिमल कुमार शर्मा डीएम् गाजियाबाद, 2006 बैच के रविन्द्र मधुकर गोडबोले शामिल हैं।
छठे चरण में कुल 14 आईएएस अधिकारी 16 नवम्बर 2015 से एटीआई कोलकाता में प्रशिक्षण लेंगे। इस चरण में जाने वाले अधिकारियों में 2002 बैच के चन्द्र प्रकाश त्रिपाठी डीएम रामपुर, संध्या त्रिपाठी डीएम हमीरपुर, जय प्रकाश त्रिवेदी डीएम कासगंज, अजय कुमार सिंह , शरद कुमार सिंह डीएम देवरिया, सीताराम यादव, चन्द्र कान्त पाण्डेय, और 2003  बैच के महेंद्र कुमार, भगेलू राम शास्त्री, 2005 बैच के संतोष कुमार राय, 2006 बैच के अरुण वीर सिंह, श्याम सुंदर शर्मा, राजेन्द्र प्रासाद,  2008  बैच के बाल कृशन त्रिपाठी।
सातवें और आखिरी चरण में कुल 18 आईएएस अधिकारी एटीआई मैसूर में प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। इनमें 2001 बैच  के विनोद कुमार शर्मा (फिलहाल उत्तराखंड में सचिव पद पर कार्यरत), 2002 बैच के कुल 6 अधिकारीयों में सुदेश कुमार ओझा, कर्ण सिंह चौहान, राम गणेश डीएम जालौन, नरेन्द्र कुमार सिंह, ह्रदय शंकर तिवारी, अनिल कुमार दमेले डीएम बस्ती, 2003  बैच के दिनेश चन्द्र एवं 2004 बैच के वीरेंदर कुमार सिंह,  2005 बैच के राकेश कुमार सिंह, जीतेन्द्र बहादुर सिंह, शमीम अहमद खान डीएम हाथरस, अजय शंकर पाण्डेय ओएसडी गवर्नर राजस्थान,  2006 बैच  के शफाकत कमाल, अरविन्द कुमार सिंह,  2008  बैच के हरिशंकर उपाध्याय, सर्वज्ञ राम मिश्र एवं विमल कुमार दुबे शामिल हैं।