लोनी में मदन भैया का गुर्जर समाज में जबरदस्त प्रभाव: दिया किसानों को समर्थन

दिनेश शर्मा, गाजियाबाद। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पूर्व विधायक सर्व लोकप्रिय गुर्जर नेता मदन भैया फिर अपने पुराने अंदाज़ में जबरदस्त प्रभाव में गुर्जर समाज में लोकप्रियता पा रहे हैं। अभी हाल में उन्होंने किसानों को अपना व गुर्जर समाज का पूर्ण समर्थन व्यक्त किया है। मदन भैया ने 3 नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी प्रदर्शन में भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) को अपने समुदाय का भरपूर समर्थन दिया। पूर्व विधायक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सर्वप्रिय गुर्जर नेता मदन भैया ने किसी का नाम लिए बिना लोनी से भाजपा के विधायक नंदकिशोर पर शनिवार को निशाना साधते हुए कहा कि वह किसान विरोधी कार्यो में लिप्त हैं जबकि हम सभी किसानों के ही बेटें हैं हम कैसे किसानों के विरुद्ध जा सकते हैं। सपने में भी कल्पना नहीं की जा सकती। किसानों ने नंदकिशोर गुर्जर पर आरोप लगाया है कि उन्होंने 26 जनवरी को गाजीपुर प्रदर्शन स्थल पर हुई हिंसा का षड्यंत्र रचा था। नंदकिशोर गुर्जर ने अपने को भाजपा आलाकमान व स्थानीय समुदाय से घिरता देख इन आरोपों को खारिज किया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पूर्व विधायक सर्वप्रिय एकमात्र गुर्जर नेता मदन भैया ने कहा कि किसान अपनी मांग को लेकर ठंड के बावजूद हाड़ कंपा देने वाली सर्दी में मौजूद रहकर दिल्ली की सीमाओं पर 2 महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं। सब की जानकारी में है कि उनका आंदोलन बिना किसी राजनीति के शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है। उन्होंने आंदोलन में नई ताकत का संचार करने के लिए भारतीय किसान यूनियन नेता किसानों के मसीहा बाबा राकेश टिकैत और उनके समर्थकों की भूरी भूरी प्रशंसा कर हौसला अफजाई की। उन्होंने गाजीपुर व दिल्ली की समस्त सीमाओं पर कृषि कानूनों के खिलाफ जारी सभी प्रदर्शनों को गुर्जर समुदाय की ओर से अपना भरपूर समर्थन देने की बात कही। उन्होंने 26 जनवरी को हुई हिंसा का जिक्र करके कहा कि एक राष्ट्र विरोधी तत्व के हंगामे ने पूरे देश को शर्मसार किया है। इसके चलते प्रदर्शनकारी निर्दोष किसान हतोत्साहित ही हुए हैं। विधायक नंदकिशोर गुर्जर पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अपने नाम के पीछे गुर्जर नाम लगाने वाले एक व्यक्ति ने हाल में किसान विरोधी गतिविधियों से पूरे समुदाय का शर्म से फिर झुकवा दिया है। यह हमारे गुर्जर समुदाय की अपूरणीय क्षति है जिसे कभी पूर्ण नहीं किया जा सकेगा। मदन भैया के इस कदम से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उनकी लोकप्रियता पुन: स्थापित करने में जबरदस्त कदम माना जा रहा है।