यूपी पंचायत चुनाव के लिए पार्टियों के पास आने लगे आवेदन

मेरठ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर भाजपा के बाद अब रालोद में संभावित प्रत्याशियों की संख्या बढ़ गई है। पार्टी नेताओं का मानना है कि किसान आंदोलन से अब जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायतों की सभी सीटों पर पार्टी के संभावित प्रत्याशियों ने दावेदारी पेश की है। रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी वीडियोकांफ्रेंसिंग से मेरठ और सहारनपुर मंडल के सभी जिलों के तैयारियों की समीक्षा करेंगे।मेरठ मंडल में परिसीमन के बाद 2196 ग्राम पंचायत, 28 हजार 802 पंचायतों के वार्ड, 3567 क्षेत्र पंचायत और 144 जिला पंचायत के वार्ड हैं। वहीं, सहारनपुर मंडल में 1612 ग्राम पंचायत, 21 हजार 62 पंचायतों के वार्ड, 2755 क्षेत्र पंचायत और 111 जिला पंचायत के वार्ड हैं। इस तरह दोनों मंडलों के नौ जिलों में जिला पंचायत के 255 वार्ड, क्षेत्र पंचायत के 6322 पद, ग्राम पंचायत सदस्यों के 49 हजार 864 पद और ग्राम प्रधानों के 3808 पदों के लिए चुनाव होना है।भाजपा ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों को देखते हुए जिला प्रभारियों की घोषणा कर दी। हर जिले में बैठकों का दौर शुरू कर दिया है। संभावित प्रत्याशियों के आवेदन शुरू हो चुके हैं। जिला पंचायत में तो एक-एक सीट पर आठ से 10 लोग दावेदार हैं, लेकिन 28 जनवरी को गाजीपुर बार्डर पर भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के भावुक हो जाने के बाद स्थिति बदल गई हैं। रालोद नेताओं की मानें तो एक सप्ताह में जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत के बाद ग्राम पंचायतों में पार्टी से प्रत्याशी बनने वाले दावेदारों की भीड़ बढ़ गई है। जिला पंचायत के लिए मेरठ, सहारनपुर मंडल के नौ जिलों में 255 वार्डों के लिए करीब डेढ़ से दो हजार दावेदार सामने आ चुके हैं। अब रालोद भी जल्द जिला स्तर पर समीक्षा का कार्यक्रम शुरू करने जा रही है। किसान आंदोलन ने रालोद में अचानक जान फूंक दी है।