नई दिल्ली। दिल्ली में शुक्रवार की देर रात आए भूकंप से राजधानी समेत एनसीआर के लोग दहल उठे। खौफ के साए में रातभर सोए दिल्ली वालों को लिए सुबह का मौसम भी कुछ बदला-बदला नजर आया। राजधानी समेत पूरे उत्तर भारत में मौसम करवट ले रहा है। दिल्ली में भी गर्मियों का आगमन हो चुका है लेकिन आज सबुह राजधानी के कुछ हिस्सों में फिर से में खूब कोहरा देखा गया।
शनिवार सुबह जब दिल्ली ने आंखे खोली तो नजारा कुछ धुंधला था, राजधानी के कई इलाकों में कोहरे की घनी चादर देखने को मिली, धुंध इतनी की कुछ दूर देखने के लिए आंखों को संघर्ष करना पड़ रहा था। इसके अलावा दिल्ली की दवा भी खराब नजर आई। सिस्टम ऑफ़ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च के अनुसार दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है।
दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, राजस्थान सहित उत्तर भारत के कई राज्यों में शुक्रवार रात भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं। धरती रात 10:31 बजे हिली और भूकंप का केंद्र ताजिकिस्तान में था और इसकी तीव्रता 6.3 बताई गई है। कुछ ही मिनटों बाद पंजाब में दोबारा भूकंप आने की खबरों से डर का माहौल बन गया। न्यूज एजेसी एनआई की ओर से बताया गया कि रात 10:34 बजे दूसरी बार धरती हिली तो इसका केंद्र पंजाब के अमृतसर में था, लेकिन मौसम विभाग ने अमृतसर में भूकंप का केंद्र होने से इनकार किया है। भूकंप के झटके उस समय महसूस किए गए जब लोग सोने की तैयारी में थे। झटके इतने तेज थे कि लोग डर के मारे घर से बाहर भागे। दिल्ली-एनसीआर में ऊंची इमारतों में रहने वाले लोग तो बेहद खौफजदा थे, क्योंकि ऊंची इमारतों में कंपन अधिक महसूस होती है। लोग सोशल मीडिया पर अपने अनुभव साझा कर रहे हैं। लोग एक दूसरे को फोन करके खैरियत पूछने लगे।
फरवरी के महीने में बढ़ता तापमान दिखाई दे रहा है। भारत के मौसम विभाग ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में फरवरी में तापमान 30 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। ऐसा 15 सालों में पहली बार हुआ है, आमतौर पर दिल्ली में ये सर्दियों के दिन ही होते हैं, लेकिन मौसम विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि 2006 में फरवरी के पहले छमाही में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया था। दिल्ली ने भी बुधवार को फरवरी का अपना अधिकतम तापमान दर्ज किया।