लखनऊ। पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति प्रवर्तन से निदेशालय (ईडी) की हुई पूछताछ में उन्हें ऐसे सवालों का जवाब ही नहीं सूझ रहा है कि इन बेशुमार संपत्तियों को खरीदने के लिए पैसा कहां से आया?
कोर्ट से मिली कस्टडी रिमांड के दूसरे दिन भी ईडी ने गायत्री, उनकी पत्नी और बेटों के नाम खरीदी गई संपत्तियों के बारे में ही सवाल किए। ईडी ने उनके परिवार की संपत्तियों के दस्तावेज पहले ही जुटा लिए हैं। अब उन्हीं दस्तावेजों को दिखाकर उनसे सवाल किया जा रहा है। वर्ष 2012 में मंत्री पद संभालने से पहले परिवार की कुल आय और मंत्री बनने के बाद आय में आई भारी उछाल पर वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहे हैं। चंद वर्षों में ही परिवार के सभी सदस्यों की संपत्तियों में भारी इजाफा हुआ है।
इससे पहले हुई पूछताछ में गायत्री निवेश औ संपत्तियों के बारे में कोई जानकारी होने से इनकार करते रहे। किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी में इलाज के दौरान पूछताछ में वह अपने चार्टर्ड एकाउंटेंट को जानकारी होने की बात कहते थे। अब ईडी उनको संपत्तियों के बारे में पूरी जानकारी देकर सवाल कर रहा है। जांच के दौरान ईडी ने 30 दिसंबर 2020 को गायत्री के अलावा उनके चार्टर्ड एकाउंटेंट व कुछ करीबी व्यक्तियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान उसे गायत्री की 100 से अधिक नामी-बेनामी संपत्तियों के बारे में जानकारी मिली थी। कुछ संपत्तियों के संबंध में दस्तावेजी साक्ष्य भी मिले थे। कस्टडी रिमांड के दौरान इन बेनामी संपत्तियों के बारे में भी पूछताछ की जाएगी।