अमेजॉन-फ्लिपकार्ट पर अमेठी के मूंज उत्पाद

अमेठी। मूंज सैकड़ों परिवारों की रोजी रोजगार का साधन बनेगी। इसके साथ ही यह देश दुनिया भर में अपने साथ अमेठी की महक लेकर भी जाएगी। एक जिला एक उत्पाद के तहत चयनित मूंज उत्पाद के विभिन्न उत्पादों को अमेजॉन और फ्लिपकार्ट के जरिए पूरी दुनिया में बिक्री करने की कार्य योजना तैयार हो गई है। जल्द ही इस पर अमल भी शुरू हो जाएगा।
एक जिला एक उत्पाद के अंतर्गत जिले में मूंज उत्पाद को लिया गया है। गोमती से सटे तराई क्षेत्र मुसाफिरखाना, बाजार शुकुल, जगदीशपुर में मूंज काफी मात्रा में पाई जाती। हालांकि मूंज का काम करने वाले लोग डलिया व हाथ के पंखों के अतिरिक्त बहुत सारी चीजें नहीं बना पाते हैं। अब सीडीओ डॉ अंकुर लाठर ने ओडीओपी को विकसित करने के लिए नई कार्य योजना तैयार की है।
कार्य योजना के तहत मुसाफिरखाना व बाजार शुकुल के तराई क्षेत्रों से जुड़ी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को ओडीओपी से जोड़ा जाएगा। इन महिलाओं को प्रशिक्षित करा कर विभिन्न प्रकार के मूंज उत्पाद बनवाए जाएंगे। इन उत्पादों की बिक्री के लिए बाजार भी जिला प्रशासन उपलब्ध करवाएगा। इसके साथ ही इनका रजिस्ट्रेशन अमेजॉन और फ्लिपकार्ट जैसी ऑनलाइन ट्रेडिंग वेबसाइट पर भी कराया जाएगा। जिससे इन उत्पादों की बिक्री देश के अन्य हिस्सों और विदेशों में भी हो सकेगी।
योजना के प्रथम चरण में मुसाफिरखाना के दो, बाजार शुकुल के तीन, कटरा महारानी के एक समूह को प्रशिक्षित किया जाएगा। इनसे समूहों की लगभग 90 महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उनसे विभिन्न प्रकार के उत्पाद बनवाए जाएंगे।
मूंज उत्पाद की बिक्री के लिए साप्ताहिक बाजारों में अलग से विलेज हॉट बनवाए जाने की भी कार्य योजना है। इसके लिए साप्ताहिक बाजारों की सूची सीडीओ ने तलब की है। साथ ही वहां हाट के लिए उपयुक्त जमीन को लेकर भी एसडीएम को पत्र लिखा गया है। जमीन मिलने पर मनरेगा योजना के तहत विलेज हाट बनवाए जाएंगे। जहां मूंज उत्पादों की ही बिक्री होगी।
सीडीओ डॉ अंकुर लाठर ने कहा कि प्रशिक्षण के बाद मूंज से कई प्रकार के उत्पाद बनाए जा सकेंगे। इससे महिलाओं को रोजगार मिलेगा और जब बाजार उपलब्ध होगा तो उन्हें उनके हुनर की सही कीमत भी मिल सकेगी।