नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि से आागामी चुनाव वाले राज्यों में भाजपा की चिंता बढ़ गई है। पार्टी के केंद्रीय पदाधिकारियों की रविवार को होने वाली बैठक में चुनाव वाले राज्यों के नेता इस मुद्दे को केंद्रीय नेतृत्व के सामने रख सकते हैं। इस बारे में केंद्र सरकार द्वारा दिए जा रहे तथ्यों से तो पार्टी नेता सहमत हैं, लेकिन जनता में जा रहे संदेश, विरोधी दलों के मुद्दा बनाने और महंगाई बढऩे की आशंका बरकरार है। अप्रैल माह में पांच विधानसभाओं के चुनाव से पहले रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुके पेट्रोल-डीजल की कीमतों ने इन राज्यों के भाजपा नेताओं के माथे पर शिकन ला दी है। सूत्रों के अनुसार पार्टी की रविवार की बैठक में यह मुद्दा भी चर्चा में आ सकता है। खासकर चुनाव वाले राज्य अलग से इस मुद्दे पर केंद्रीय नेतृत्व का ध्यान आकर्षित कर सकते हैं और राहत की मांग भी कर सकती हैं।