दिनेश शर्मा, गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण में भ्रष्टाचार के विरुद्ध जारी अपनी मुहिम के तहत भ्रष्टाचार रोकने के लिए सख्त कदम उठाते हुए जीडीए उपाध्यक्ष कृष्णा करूणेश ने एक ठेकेदार द्वारा फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर लिया गया ठेका निरस्त कर दिया गया है। यही नही बल्कि उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का भी आदेश दिया है। इससे जीडीए में कार्य कर रहे ठेकेदारों में हडक़ंच मचा हुआ है। इस मामले में जीडीए सचिव संतोष राय ने शासन को पत्र लिखकर अवगत करा दिया है। उपाध्यक्ष कृष्णा करूणेश ने जनवरी के पहले सप्ताह में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण में पद भार ग्रहण किया था। तैनाती के बाद से ही जीडीए उपाध्यक्ष एक्शन मोड में हैं। तैनाती के बाद से ही उन्होंने सबसे पहले अवैध निर्माण रोकने के लिए शिकंजा कसना शुरू किया जिसमें कई कर्मियों को सस्पेंड किया गया है।इसके बाद प्राधिकरण में चल रहे भ्रष्टाचार पर नियंत्रण रख अंकुश लगाना शुरू किया। इसी कड़ी में उन्होंने उद्यान विभाग में एक घोटाला पकड़ा। पिछले दिनों उद्यान विभाग में एक ठेकेदार वृंदांत कंस्ट्रशन कंपनी ने करोड़ों रुपये का ठेका हासिल किया। ठेके लेने के लिए कंपनी ने फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र का इस्तेमाल किया। इस बात का पता जांच में चला। जीडीए सचिव संतोष राय द्वारा करायी गई जांच में पता चला कि कंपनी ने बुलंदशहर नगर पालिका का जो अनुभव प्रमाण पत्र लगा रखा है वह फर्जी है। इसके लिए एक जांच टीम ने जांच की। अधिशासी अधिकारी नगर पालिका बुलंदशहर द्वारा जांच करने पर पता चला कि कंपनी ने फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र बना रखा है।जीडीए उपाध्यक्ष करुणा करुणेश ने तत्काल प्रभाव से कंपनी का ठेका निरस्त कर दिया है। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण द्वारा इस मामले में ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराने का आदेश दिया गया है। जीडीए उपाध्यक्ष कृष्णा करूणेश ने बताया कि प्राधिकरण में भ्रष्टाचार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा तथा तथ्य सामने आने पर दोषी के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।