जीएसटी के विरोध में समाजवादी व्यापार सभा अध्यक्ष प्रेमचंद गुप्ता ने सौंपा ज्ञापन

दिनेश शर्मा, गाजियाबाद। समाजवादी व्यापार सभा गाजियाबाद के अध्यक्ष व दुर्गा वाशिंग पाउडर के चेयरमैन,प्रमुख समाज सेवी प्रेमचंद गुप्ता ने राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन कलेक्ट्रेट कार्यालय में अधिकारी को सौंपा। प्रेमचंद गुप्ता का कहना है कि 2017 से जटिल व विसंगति पूर्ण तथा बिना राय मशवरा लिए लागू की गई। जीएसटी लागू होते ही उत्तर प्रदेश के करोड़ों व्यापारियों के व्यापार पर बहुत विपरीत असर पड़ा है। नोटबंदी के बाद इंस्पेक्टर राज में जटिलता को बढ़ाने वाली जीएसटी की वजह से लाखों व्यापारी व्यापार बंद करने को मजबूर हुए हैं। जीएसटी इतनी जटिल व विसंगति पूर्ण है कि लागू होने के बाद से अब तक लगभग 900 से ज्यादा संशोधन हो चुके हैं जो इस बात का प्रमाण है कि सरकार ने बगैर तैयारी/सलाह/विश्वास में व्यापारियों को लिए बिना नोटबंदी व कोविड-19 के समय लॉकडाउन की तरह जीएसटी भी लागू कर दी थी। यह इतनी अव्यवहारिक है कि विभाग के अधिकारी/सीए/अधिवक्ता भी इसे समझ नहीं पाते हैं तो आम व्यापारी इसको क्या समझेगा। वन नेशन वन टैक्स का वादा करके भाजपा सरकार ने अपने खजाने को भरने के लिए जनता की आंखों में धूल झोंकते हुए पेट्रोल,डीजल,बिजली को जीएसटी से योजनाबद्ध तरीके से बाहर रखा। व्यापारी नेता प्रेमचंद गुप्ता ने ज्ञापन के माध्यम से महामहिम राज्यपाल से मांग की कि वर्तमान स्वरूप में जीएसटी को रद्द करके व्यापारी प्रतिनिधियों से सलाह करने के बाद ही उचित बदलाव करके नया कानून बनाएं ताकि व्यापार लायक भारत में माहौल बन सके। यह देश और व्यापारियों के हित में होगा।