पंचायत चुनाव: आरक्षण लिस्ट को लेकर बेचैनी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश शासन की ओर से बस थोड़ी ही देर में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की आरक्षण लिस्ट जारी हो जाएगी। इस लिस्ट को लेकर आठ मार्च तक आपत्तियां दर्ज कराई जा सकेंगी। 12 मार्च तक इन आपत्तियों का निस्तारण कर 15 मार्च को फाइनल लिस्ट जारी कर दी जाएगी। आज जारी हो रही आरक्षण सूची को लेकर पूरे प्रदेश में दावेदारों और उनके समर्थकों के बीच बेचैनी थी।
कौन सी सीट आरक्षित होगी और कौन सी नहीं इस सवाल को जेहन में लिए पिछले कई दिनों दावेदार और समर्थक विकास भवन, डीपीआरओ ऑफिस से लेकर ब्लॉक मुख्यालयों तक के चक्कर लगा रहे थे। महिला, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित और अनारक्षित सीटों के आवंटन की सूची का यह इंतजार आज पूरा हुआ। कुछ ही देर में आरक्षण सूची जारी होने वाली है। बताया जा रहा है कि 25-26 मार्च तक उत्तर प्रदेश चुनाव आयोग जिला पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य और ब्लॉक प्रमुख पदों के लिए चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी। अप्रैल से नामांकन शुरू हो जाएगा। माना जा रहा है कि 10 अप्रैल से पंचायत चुनाव की शुरुआत होगी। यह चुनाव चार चरणों में कराया जा सकता है।
पंचायत चुनाव की आरक्षण सूची पर डीएम की मुहर लगने के बाद थोड़ी देर में इसे ब्लॉक मुख्यालयों पर चिपका दिया जाएगा। सूची में सभी ग्राम पंचायतों का विवरण शामिल होगा। इस बार उत्तर प्रदेश सरकार आरक्षण में चक्रानुक्रम प्रक्रिया का पालन कर रही है। इसी आधार पर सूची तैयार की गई है।
उत्तर प्रदेश में प्रदेश में जिला पंचायत सदस्यों की 3 हजार 51 ब्लॉक प्रमुखों की 826, क्षेत्र पंचायत सदस्यों की 75 हजार 855, ग्राम प्रधान पद की 58 हजार 194 और ग्राम पंचायत सदस्यों की 7 लाख 31 हजार 813 सीटें हैं। इनमें 51 फीसदी सीटें अनारक्षित हैं। एक फीसदी सीटें अनुसूचित जनजाति, 21 फीसदी अनुसूचित जाति, 27 फीसदी अन्य पिछड़ा वर्ग और एक तिहाई महिलाओं के लिए रिजर्व हैं।