कनाडा की तिरंगा रैली हिंसा : एक आरोपी गिरफ्तार

टोरंटो। कनाडा में तिरंगा कार रैली के दौरान हिंसा के आरोप में भारतीय समुदाय के एक शख्स को पुलिस ने अरेस्ट किया है। 28 फरवरी को आयोजित तिरंगा-मेपल कार रैली के दौरान हिंसा हो गई थी। इसी मामले में पुलिस ने शख्स को अरेस्ट किया है, इस मामले में पुलिस की ओर से अभी कुछ और गिरफ्तारियां की जा सकती हैं। शुक्रवार को ओंटारियो पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया, ’28 फरवरी को शाम को 4 बजे ब्रैम्पटन की एक महिला जो रैली में शामिल थी, उसकी कार के सामने अचानक एक शख्स आ गया। इसके बाद महिला और उसके पति के साथ उसकी बहस होने लगी और उस शख्स ने महिला पर अटैक कर दिया। हालांकि महिला इसमें घायल नहीं हुई है।’ पुलिस ने गिरफ्तार किए गए शख्स की पहचान उजागर नहीं की है, लेकिन यह जरूर बताया कि उसकी उम्र 27 साल है और वह ग्रेटर टोरंटो एरिया का रहने वाला है। भारत की बनी कोविड वैक्सीन के कनाडा पहुंचने की खुशी में रविवार को इस तिरंगा-मेपल कार रैली का आयोजन किया गया था। इस रैली में भारतीय तिरंगे और कनाडा के झंडे लगी हुईं 350 कारें शामिल थीं। हालांकि इस रैली के दौरान हिंसा भडक़ गई थी। इनमें से कुछ घटनाओं के वीडियो भी मिले हैं। वीडियों में हिंसा के लिए जिम्मेदार कुछ प्रदर्शनकारियों के हाथों में खालिस्तानी झंडे भी नजर आ रहे हैं। हिंसा की यह घटना ऐसे वक्त में सामने आई है, जब भारत में लागू तीन नए कृषि कानूनों के पक्ष में बोलने वाले लोगों को धमकी देने की खबरें मिली थीं। हिंदुस्तान टाइम्स ने 8 फरवरी को ही इसके बारे में अपनी रिपोर्ट में बताया था कि कैसे भारत समर्थक लोगों को हमले की धमकी दी जा रही है। इसके अलावा कनाडा में कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन को खालिस्तानियों ने हाईजैक कर लिया है।
अब भी रैली में शामिल लोगों को मिल रहीं धमकिया रैली का आयोजन करने वाले लोगों ने हिंदुस्तान टाइम्स को दी गई जानकारी में बताया कि इस संबंध में हिंसा, धमकी, उत्पीडऩ की कम से कम 15 शिकायतें पुलिस को दी गई हैं। रैली के एक आयोजक ने नाम उजागर न करने की शर्त पर कहा कि पुलिस की ओर से आने वाले दिनों में कुछ और गिरफ्तारियां की जा सकती हैं। आयोजक ने कहा, ‘हम पुलिस के लगातार संपर्क में हैं। जांचकर्ताओं ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। इस मामले में प्रभावित किसी भी शख्स को हम इस बात के लिए प्रोत्साहित करेंगे कि वह शिकायत करे।’ उन्होंने कहा कि इस घटना से बहुत से लोग बुरी तरह से डरे हुए हैं। यही नहीं रैली में हिंसा के बाद अब भी लोगों को धमकी भरे फोन कॉल मिल रहे हैं।