गाजियाबाद। क्या आपने कभी सुना है कि किसी निलंबित कर्मचारी को उसकी कारगुजारीयों की सजा देने के बजाए इनाम दिया जाए ? पर गाजियाबाद नगर निगम में इन दिनों ऐसा ही सब चल रहा है। कर्मचारियों की सूची में गड़बड़ी कर अपात्र व्यक्ति को प्रमोशन का लाभ दिलवाने वाले लिपिक पर निगम के अधिकारियों की कृपा लगातार बरस रही है। निगम द्वारा उस लिपिक को सजा दिए जाने की बजाए वेतन के साथ बहाली कर दी गई और अब उसे स्वास्थ्य विभाग के स्टोर का इंचार्ज बना दिया गया है। अधिकारियों द्वारा इस लिपिक पर की गई अप्रत्याशित मेहरबानी के लिए उन पर सवाल उठाया जाना लाजमी है। ज्ञातव्य हो कि पहले नगर निगम गाजियाबाद के अधिष्ठान विभाग में तैनात लिपिक पीयूष शर्मा पर कर्मचारियों की प्रमोशन लिस्ट में गड़बड़ी करने के गंभीर 40 लगे थे। जलकल विभाग में तैनात लिपिक चॉब सिंह जूनियर दिखाकर उनसे जूनियर कर्मचारी को सीनियर दर्शाते हुए प्रमोशन का लाभ दिया गया था। उन्होंने इस संदर्भ में तत्कालीन नगर आयुक्त दिनेश सिंह को अधिष्ठान विभाग में कार्यरत लिपिक पीयूष शर्मा के विरुद्ध शिकायत दर्ज करवाई थी। छानबीन के उपरांत आरोप सही पाए जाने पर नगर आयुक्त द्वारा पीयूष शर्मा को निलंबित कर दिया गया था। इसके साथ ही साथ प्रमोशन की लिस्ट में भी समुचित संशोधन कर दिया गया था। परंतु विगत दिनों एक अधिकारी द्वारा पीयूष शर्मा की वेतन सहित बाली कर दी गई थी। इसके उपरांत उसे स्वास्थ्य विभाग के स्टोर का इंचार्ज भी बना दिया गया।