सुनंदा, गीतिका और अनुराधा से जुदा नहीं सारा की कहानी

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योगेश श्रीवास्तव
लखनऊ। सारा की मौत भी दिल्ली की सुनंदा पुष्कर और हरियाणा की गीतिका शर्मा और अनुराधा बाली उर्फ फिजां से अलग नहीं है। इन तीनों मौतों की गुत्थी भी आखिर तक उलझी ही रही। कमोबेश यही स्थिति सारा की मौत में भी दिख रही है। 9 जुलाई 2015 को सारा सिंह की फिरोजाबाद में एक कार दुर्घटना में मौत हो गई थी। पुलिस अभी तक यह नहीं तय कर पाई है कि सारा की मौत की हकीकत क्या थी। यही हाल 17 जनवरी 2014 को दिल्ली में पूर्व राज्यमंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत में हुआ। वे एक होटल के कमरें में मृत पाई गई। अभी पुलिस यह नहीं तय कर पाई है कि उनकी हत्या हुई थी या उन्होंने आत्महत्या की थी। इसी प्रकार हरियाणा में अपरमहाधिवक्ता रही अनुराधा बाली उर्फ फिजां जिन्होंने वहां के पूर्व डिप्टी सीएम रहे चन्द्रमोहन से विवाह करने के लिए इस्लाम धर्म कबूल किया और अपना नाम फिजां रख लिया। दिसंबर 2008 में दोनों ने शादी की लेकिन यह शादी ज्यादा दिन नहीं चली और 6 अगस्त 2012 को वे भी संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाई गई। मामला काफी हाईफाई प्रोफाइल का था इसलिए जांच एजेसियों ने ज्यादा तेजी नहीं दिखाई और मामला आया गया हो गया। सुनंदा पुष्कर और अनुराधा बाली उर्फ फिजां दोनों ही मामलों में राजनीति से जुड़े लोगों के नाम थे इसलिए उनमें गिरफ्तारी जैसी कोई प्रक्रिया नहीं अपनाई गई। लेकिन हरियाणा के गीतिका शर्मा हत्याकांड में जरूर वहां गृहराज्यमंत्री गोपाल कांडा को भूपेन्द्र सिंह हुड्डा सरकार से इस्तीफा देकर जेल की हवा खानी पड़ी। गीतिका शर्मा की 5 अगस्त 2012 को मौत हो गई थी। वो गोपाल कांडा की एयरलांइस कंपनी में एयरहास्टेस थी और उसके गोपाल कांडा से नजदीकियां थी उसकी भी मौत हत्या और आत्महत्या के रहस्य में झूल रही है। कुछ ऐसा ही दिख रहा है सारा की मौत के मामलें में। जिस समय कार दुर्घटना में उसकी मौत हुई उसका पति अमनमणि त्रिपाठी भी उसके साथ था लेकिन उसे खरोंच तक नहीं आई। अमनमणि उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यमंत्री अमरमणि त्रिपाठी के पुत्र है और इसी मामलें में जेल में है। याद रहे सपा-बसपा सरकार में राज्यमंत्री रहे अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमणि त्रिपाठी इस समय वर्ष 2003 में राजधानी लखनऊ में हुए मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे है। सारा की मौत के मामलें गिरफ्तार अमनमणि त्रिपाठी भी इस समय जेल में ही है उस पर कई आपराधिक मामलें से भी दर्ज थे। लेकिन सारा की मौत के मामलें पुलिस और प्रशानिक दबाव में उनकी गिर तारी जल्दी हुई। सारा की मां अपनी बेटी की मौत के लिए उसे ही जि मेदार मान रही है। उन्होंने राज्यपाल से लेकर मुख्यमंत्री पुलिस के उच्चाधिकारियों से मिलकर सीबीआई जांच की गुहार लगाई थी। राज्य सरकार की ओर से इस मामलें सीबीआई जांच के लिए केन्द्र को पत्र भेजा जा चुकी है।