उत्तराखंड में जरूरी हैं अब खंडूरी

देहरादून।उत्तराखंड में बीते दो साल से राजनीतिक रूप से एकाकीपन में जी रहे वयोवद्ध नेता पूर्व सीएम मेजर जनरल (रिटायर्ड) बीसी खंडूड़ी आज के हालात में फिर जरूरी हो गए हैं। बीते कुछ दिनों से उनके घर पर मुख्यमंत्री से लेकर प्रदेश अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्रियों तक की आमद बढ़ गई है। बीसी खंडूडी गढ़वाल सांसद, केंद्रीय मंत्री रहने के साथ ही दो बार राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उनके कड़क मिजाज और बेलाग अंदाज को लोग आज भी याद करते हैं। खंडूड़ी ने खराब स्वास्थ्य के आधार पर 2019 में गढ़वाल संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने की घोषणा कर एक तरह से राजनीति से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। इस दौरान वो देहरादून के बसंत बिहार में अपनी बेटी और यमकेश्वर विधायक ऋतु खंडूडी के साथ रह रहे हैं।लेकिन गत दो साल उन्होंने तकरीबन सियासी रूप से एकांत में बिताए। अब उनके सियासी शिष्य तीरथ सिंह रावत के मुख्यमंत्री बनने और नए मुख्यमंत्री के सबसे पहले उनसे मिलने के बाद से खंडूड़ी एकाएक फिर से सबके लिए जरूरी हो गए हैं। शनिवार को भी नव नियुक्त भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक और नए बने कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी सहित कई पार्टी नेताओं ने ने खंडूड़ी से मुलाकात की।