दिनेश शर्मा, गाजियाबाद। 10 लाख से ज्यादा जनसंख्या वाले जिलों की श्रेणी में गाजियाबाद आंकड़ों के खेल में फीडबैक में सबसे आगे चल रहा है। पार्षदों,महापौर आशा शर्मा,शहर की जनता,नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर व गाजियाबाद नगर निगम के समस्त अधिकारी व टीम के अथक प्रयासों से गाजियाबाद फीडबैक में करिश्माई ढंग से सबसे आगे चल रहा है। नगर आयुक्त द्वारा शहर की जनता का आभार व उत्साह बढ़ाते हुए कहा गया कि अपने शहर को स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 में अव्वल लाने में इसी प्रकार योगदान देते रहे तथा कहीं भी किसी भी प्रकार की स्वच्छता,प्रकाश, जलकल संबंधी या अन्य संबंधित कोई भी समस्या हो तो वह ईमेल,व्हाट्सएप,पत्र,फेसबुक, ट्विटर या अन्य किसी भी माध्यम से गाजियाबाद नगर निगम को अवगत करा सकते हैं। नगर निगम की हाथी के दांत खाने के और दिखाने के और वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। शहर के प्रबुद्ध नागरिक आए दिन नगर आयुक्त व नगर निगम को व्हाट्सएप पर,ट्विटर,आइजीआरएस,जनसुनवाई पोर्टल पर जनसमस्याओं की सूचना प्रेषित करते हैं लेकिन एक पर भी कार्रवाई होने का प्रशन ही नहीं है बल्कि नगर निगम का कोई अधिकारी व कर्मचारी सूचना दाता, शिकायतकर्ता से पलट कर फोन पर भी नहीं पूछता कि समस्या कहां है,क्या है तथा संसाधनों की कमी का ठीकरा फोड़ा जाता है। काम कम प्रचार ज्यादा वाली स्थिति स्पष्ट दृष्टिगत हो रही है। साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र साइट-4 में मेन सडक़ पर ही नाला गंदगी से मिचमिचा रहा है तथा सडक़ों पर गंदगी के अंबार भरे पड़े हुए हैं। ऐसी स्थिति पूरे गाजियाबाद में व्याप्त है। नगर निगम द्वारा गाजियाबाद को गजब गाजियाबाद बनाने के लिए शहर वासियों से कड़ी मेहनत कर स्वच्छता में सहयोग करने की अपील की गई लेकिन क्या यह शहर की जनता के सफाई से रहने के हक के साथ न्याय होगा ?गाजियाबाद नगर निगम का सहयोग कर रही टीम हंड्रेड के वॉलिंटियर्स तथा आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों का भी “विशेष” सहयोग प्राप्त हो रहा है लेकिन पूरे शहर में गंदगी के भरे अंबार से व अतिक्रमण की बुरी स्थिति है।