लखनऊ। चार साल के योगी सरकार के कार्यकाल में कुल १३५ अपराधी पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए। यह आंकड़ा २३ मार्च २०१७ से १५ मार्च २०२१ तक का है। सबसे ज्यादा ४१ अपराधी वर्ष २०१८ में मारे गए थे, जबकि मौजूदा वर्ष में अब तक कुछ छह अपराधी मारे जा चुके हैं। गृह विभाग के आंकड़ों के अनुसार वर्ष २०१७ में २८, वर्ष २०१९ में ३४ और वर्ष २०२० में कुल २६ अपराधी आत्मरक्षार्थ की गई पुलिस की कार्रवाई में मारे गए। कुल मारे गए अपराधियों में पांच लाख का इनामी एक, २.५ लाख के इनामी तीन, दो लाख के इनामी दो, १.५ लाख के इनामी तीन, एक लाख के इनामी १८, ७५ हजार का इनामी एक, ६२ हजार का इनामी एक, ५० हजार के इनामी ४६, २५ हजार के इनामी २०, १५ हजार के इनामी ११, १२ हजार के इनामी चार, पांच हजार का एक तथा २४ अन्य अपराधी शामिल हैं।