इंडिया में उठी मांग: एप्पल दे चार्जर या फिर कम करे फोन के दाम

बिजनेस डेस्क। ब्राजील में एप्पल कंपनी पर बिना चार्जर के मोबाइल फोन बेचना भारी पड़ गया और वहां जुर्माना लगाया इसी तरह अब इंडिया में भी मांग होने लगी है कि एप्पल को चार्जर देना चाहिए क्यों कि यहां कंपनी अपने फोन बना भी रही है मगर उसके बाद भी ग्राहकों को ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं। एसोचैम से जुड़े व्यापारी संदीप सक्सेना का कहना है कि देश में भी एप्पल कंपनी या तो बिना चार्जर के फोन के दाम घटाये या फिर ग्राहकों को चार्जर दिया जाये।
बताना जरूरी है कि ब्रजील की कंज्यूमर प्रोटेक्शन एजेंसी ने एप्पल पर इसके लिए 2 मिलियन डॉलर (करीब 14 करोड़ रुपये) का जुर्माना लगाया है। ब्रजीलियन एजेंसी ने भ्रामक विज्ञापन, बिना चार्जर के डिवाइस बेचना और अनुचित नियमों’ को जुर्माने की वजह बताया है। प्रोकॉन-एसपी ने यह भी बताया है एप्पल के इस कदम से पर्यावरण को कोई लाभ नहीं दिख रहा।
अपने फैसले में एजेंसी ने एप्पल से यह भी पूछा कि क्या कंपनी ने चार्जर निकालने के बाद आईफोन 12 की कीमत घटा दी है? हालांकि एप्पल की तरफ से इसका कोई जवाब नहीं मिला है। कंपनी ने ऐसे सवालों के जवाब भी नहीं दिए, जैसे कि चार्जर के साथ और उसके बिना हैंडसेट की कीमत क्या थी, और क्या कंपनी ने चार्जर का प्रोडक्शन कम कर दिया है?
बॉक्स के साथ चार्जर ना मिलने के अलावा एजेंसी ने कंपनी को कुछ अन्य मुद्दों पर भी सवाल पूछे हैं। ओएस अपडेट के मामले पर एजेंसी ने पूछा, ‘ऐसा कहा जा रहा है कि कुछ यूजर्स को आईफोन्स अपडेट करने के बाद कई फंक्शन में दिक्कत आई थी, जिसमें एप्पल ने कोई मदद नहीं की। एप्पल को यह समझने की जरूरत है कि ब्राजील में कड़े उपभोक्ता संरक्षण कानून और संस्थान हैं। जिनका एप्पल को सम्मान करना होगा।
किया था दावा: एप्पल ने पिछले साल अक्टूबर में आईफोन 12 सीरीज को लॉन्च किया था। कंपनी ने उस समय दुनियाभर के लोगों को हैरान कर दिया था, जब बॉक्स के साथ चार्जर ना देने की बात कही थी। हालांकि कंपनी ने इसके पीछे एक जरूरी वजह भी गिनाई थी। एप्पल का कहना था कि चार्जर ना देकर कंपनी ई-वेस्ट (इलेक्ट्रॉनिक कचरा) की समस्या को कम कर रही है, जिससे पर्यावरण को फायदा होगा। एप्पल के बाद सैमसंग ने भी इस तरकीब को अपनाया है।