अखिलेश यादव ने रैली को किया संबोधित: कहा देश में नहीं है जनता सुरक्षित

मेरठ। मवाना के नवजीवन कॉलेज के प्रांगण में क्रांतिकारी धनसिंह कोतवाल की मूर्ति का सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अनावरण किया। उसके बाद रैली को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि शहीद धनसिंह कोतवाल ने अपने जीवन को न्योछावर कर देश को आजाद कराने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने सही धनसिंह कोतवाल, भगत सिंह एवं राम मनोहर लोहिया के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया। उसके बाद उन्होंने रैली को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि गरीब मजदूर किसान परेशान है। किसानों का समय पर गन्ना भुगतान नहीं हो पा रहा है। केंद्र व प्रदेश में चल रही भाजपा सरकार में आम जनता सुरक्षित नहीं है। किसान अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठा हुआ है। लेकिन उनकी आवाजों को दबाया जा रहा है। पूर्व में पहले तो नोटबंदी ने मारा, फिर कोरोना की महामारी ने रुला दिया, उसके बाद अब डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस में बढ़ोतरी कर जनता का दिवाला निकाल दिया। उन्होंने कहा कि पूर्व में रही सपा सरकार ने किसानों का गन्ना मूल्य बढ़ाया था। तथा गरीबों को पेंशन, लैपटॉप, साईकिल, कन्या विद्याधन मजदूरों को रोजगार देने का काम किया था। प्रदेश में भाजपा सरकार को 4 साल पूरे हो गए हैं। लेकिन युवाओं को न तो रोजगार मिला और न ही गरीबों को किसी योजना का लाभ मिला। बॉर्डर पर तीन कानून को लेकर धरने पर बैठे हुए हैं। लेकिन किसानों की मांगों को सुना नहीं जा रहा है। किसानों की आवाज को दबाया जा रहा है। देश में महंगाई अपने चरम सीमा पर है। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ चुका है भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जब जीत होती है तो सबसे पहले हस्तिनापुर का विधानसभा सीट जीतने के बाद सरकार बन जाती है। उन्होंने पूर्व विधायकों को आश्वस्त किया कि वह एक बार फिर चुनाव मैदान में आएंगे और भारी मतों से जीत कर प्रदेश का चहुमुखी विकास करेंगे। इस मौके पर अतुल प्रधान ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दो बार टिकट दिया और में हार गया। लेकिन अखिलेश यादव ने मेरी हिम्मत को बढ़ाया। मुझे हारने के बाद भी छात्र सभा का अध्यक्ष तथा जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया। अखिलेश यादव ने कार्यक्रम को देखते हुए अतुल प्रधान की पीठ थपथपाई। अखिलेश यादव ने 30 मिनट का भाषण देकर उडऩ खटोले से उड़ गए। रैली में मुख्य रूप से जिलाध्यक्ष राजपाल चौधरी, रामगोपाल के अक्षय यादव, पूर्व मंत्री शाहिद मंजूर, विधायक रफीक अंसारी, पूर्व विधायक योगेश वर्मा, मेरठ की मेयर सुनीता वर्मा, विपिन मनोठिया, पूर्व विधायक प्रभुदयाल बाल्मीकि, अकील मुर्तुजा, सपा नगराध्यक्ष खलील सलमानी, धर्मेन्द्र गुर्जर, सीमा प्रधान, संजय विकल, सुधीर कामिल, स्वामी ओवेश प्रशांत गौतम, अरूण जाटव, रजत गुर्जर आदि लोग शामिल रहे।