नई दिल्ली। भारत सरकार ने वैक्सीनेशन के अभियान को तेज करने का फैसला लिया है। 1 अप्रैल से 45 साल से अधिक आयु के सभी लोगों का टीकाकरण किया जाना है। इसके बाद जल्दी ही अन्य लोगों का नंबर आ सकता है। इसके अलावा सरकार अब कोरोना वैक्सीन का एक्सपोर्ट नहीं करेगी ताकि तेजी से देश में टीकाकरण हो सके। मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने नाम उजागर ने करने की शर्त पर कहा कि एक्सपोर्ट पर किसी तरह का बैन नहीं होगा, लेकिन घरेलू जरूरतों को पूरा करने के बाद ही दूसरे देशों को वैक्सीन की सप्लाई की जाएगी। इसके अलावा भविष्य में टीकों के तेजी से उत्पादन पर भी एक्सपोर्ट का फैसला निर्भर करेगा।
एक सूत्र ने कहा, ‘हमने दुनिया भर के देशों को कोरोना वैक्सीन की कॉर्मशियल सप्लाई की है और भविष्य में भी ऐसा करना जारी रखेंगे।’ दूसरे देशों से हुईं सभी कॉमर्शियल डील्स और एक्सपोर्ट कमिटमेंट्स का सम्मान किया जाएगा। फिलहाल सरकार की प्राथमिकता देश में ज्यादा से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन किए जाने की है। भारत में आने वाले दिनों में वैक्सीन के उत्पादन में इजाफा होगा। इसके अलावा कुछ और टीकों के इमरजेंसी में इस्तेमाल को मंजूरी दी जा सकती है। ऐसी स्थिति में करीब दो महीने बाद सरकार की ओर एक्सपोर्ट के फैसले को लेकर समीक्षा की जाएगी।