नई दिल्ली। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 53,476 नये मामले सामने आये हैं। लगभग पांच महीनों बाद ऐसी स्थिति आई है, जिसमें एक दिन में 50 हजार से ज्यादा कोरोना के मामले सामने आये। आखिर इसकी वजह क्या है? खत्म होने की कगार पर पहुंची ये महामारी अचानक फिर से कैसे फैलने लगी?
इसकी वजह से कोरोना वायरस में हो रहा म्यूटेशन और इससे पैदा होनेवाले नये वेरिएंट्स। भारत में कोरोना वायरस का एक ‘डबल म्यूटेंट वेरिएंट’ यानी दोहरे बदलाव वाला वेरिएंट मिला है। महाराष्ट्र में इस स्ट्रेन के 206 और दिल्ली में 9 मामलों की पुष्टि हुई है। डॉक्टरों के मुताबिक ये चिंताजनक बात है, क्योंकि वायरस का डबल म्यूटेशन हुआ, तो कोरोना से संक्रमित जो लोग ठीक हो गए हैं, उनमें दोबारा संक्रमण हो सकता है। वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश के 18 राज्यों में वायरस के कई खतरनाक वेरिएंट पहले से ही मौजूद हैं। राज्यों से मिले नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग में 771 नए वैरिएंट्स मिले हैं। इनमें 736 ब्रिटेन के, 34 दक्षिण अफ्ऱीका के और एक ब्राज़ील का वैरिएंट है। नेशनल सेंटर फ़ॉर डिज़ीज़ कंट्रोल के निदेशक के मुताबिक जिन राज्यों में संक्रमण के मामले बढ़े हैं, वहाँ अलग म्यूटेशन प्रोफ़ाइल का पता चला है। वायरस का यह वैरिएंट करीब 20 फीसदी नमूनों में पाया गया और पहले की किस्मों से मेल नहीं खाता। सबसे चिंताजनक बात ये है कि ये वेरिएंट शरीर के इम्यून सिस्टम से बचकर संक्रामकता को बढ़ाता है। इसके अलावा कोरोना के साउथ अफ्रीकन वेरिएंट पर कोविशिल्ड वैक्सीन का असर नहीं हो रहा है। इसके खिलाफ सिर्फ कोवैक्सिन असरदार साबित हुआ है।