नई दिल्ली। म्यांमार में सैन्य तख्तापलट के बाद वहां आम लोगों के खून से होली खेली जा रही है। 1 फरवरी को सैन्य तख्तापलट के बाद वहां की सेना ने लोकतंत्र की बहाली की चाहत रखने वाले प्रदर्शनकारियों पर सितम ढाया है। सैन्य तख्तापलट के खिलाफ प्रदर्शन में सेना लगातार आम लोगों का खून बहा रही है और इस खून संघर्ष में अब तक वहां 300 से अधिक लोगों की मौतें हो चुकी हैं। असिस्टेंट एसोसिएशन फॉर पॉलिटिकल प्रिजनर्स के मुताबिक, 1 फरवरी को म्यांमार में हुई तख्तापलट के बाद हिंसा में कुल 2,981 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 320 लोग मारे गए हैं। प्रदर्शनकारियों को जबरन गिरफ्तार किया जा रहा है और उन्हें आरोपित किया जा रहा है। गैर-लाभकारी संगठन ने गुरुवार को कहा कि यंगून के थिंगांग्युन टाउनशिप, सागांग क्षेत्र में खिन-यू टाउन, काचिन राज्य में मोहिनी टाउन और शान राज्य में ताऊंग्गी शहर में कल नौ लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जबकि 23 लोग इससे पिछले दिन मारे गए थे। हाल ही में जितने लोगों को सेना ने गिरफ्तार किया है, उनमें से 24 को दोषी करार दिया है। इसके अलावा, 109 लोगों के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी है। एमएएपीपी ने मंगलवार को बताया कि उसने 2,981 लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है, जिनमें से 2,418 अब भी हिरासत में हैं या जिनपर अभियोग लगाया गया है। हालांकि, इस बीच, प्रदर्शनकारियों ने नयी रणनीति अपनाई और उन्होंने शांतिपूर्ण हड़ताल के तहत लोगों से अपने घरों में ही रहने और कारोबारी प्रतिष्ठानों को दिन में बंद रखने की अपील की।