गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विगत चार सालों में प्रदेश में हवाई सेवा का तेजी से विस्तार हुआ है। उत्तर प्रदेश पांच हवाई अड्डों से अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवा देने वाला देश में पहला प्रदेश बन रहा है। दो क्रियाशील हैं और तीन क्रियाशील होने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जहां भी यात्री मिलेंगे, वहां से उड़ान की सुविधा दी जाएगी। इसी कड़ी में ललितपुर, झांसी, सोनभद्र, श्रावस्ती, अलीगढ़ और मुरादाबाद में हवाई सेवा शुरू करने का कार्य चल रहा है।
यह बातें उन्होंने महायोगी गोरक्षनाथ हवाई अड्डा गोरखपुर में एलाइंस एयर (एयर इंडिया) की गोरखपुर-लखनऊ पहली फ्लाइट के शुभारंभ कार्यक्रम कहीं। सीएम योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय नागरिक उड्डयन व शहरी विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी ने गोरखपुर-लखनऊ पहली फ्लाइट को हरी झंडी दिखाकर किया। मुख्यमंत्री और केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री ने यहां सिविल एयरपोर्ट टर्मिनल भवन के विस्तार का शिलान्यास भी किया। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि मेरठ से दिल्ली रैपिड रेल का काम तेजी से जारी है। गोरखपुर में मेट्रो ट्रेन की कार्य योजना पर काम चल रहा है। वाराणसी और प्रयागराज को लाइट मेट्रो रेल की सौगात मिलने जा रही है। हवाई सेवा से क्षेत्र का तेजी से विकास होता है। मुख्यमंत्री ने बताया कि यहां अप्रेन के विस्तारीकरण की भी स्वीकृति मिल गई है। उन्होंने गोरखपुर एयरपोर्ट के विस्तार में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और वायुसेना के योगदान, सहयोग की प्रशंसा की।
सीएम योगी ने कहा कि आज गोरखपुर के साथ प्रदेश के पांच हवाई अड्डों से देश के प्रमुख शहरों के लिए हवाई सेवा शुरू हो रही है। दो नई उड़ान की शुरूआत 29 मार्च से हो जाएगी। अब चप्पल पहनने वाले भी हवाई जहाज से यात्रा कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि लखनऊ हवाई जहाज से जाने में महज 1470 रुपए लगेंगे और समय मात्र एक घण्टा। इससे अधिक खर्च और समय निजी वाहन से जाने में लग जाता है। अब तो गोरखपुर से सात प्रमुख शहरों के लिए फ्लाइट उपलब्ध है और इसका आगे भी विस्तार होता रहेगा।