परमाणु आतंकवाद है नातान्ज यूनिट में ब्लैकआउट : ईरान

नई दिल्ली। ईरान ने अपनी भूमिगत नातान्ज परमाणु इकाई में हुए ब्लैकआउट को रविवार को परमाणु आतंकवाद की कार्रवाई करार दिया। इससे ऐसे समय में क्षेत्रीय तनाव बढ़ गया है जब वैश्विक शक्तियां और ईरान परमाणु समझौते को लेकर बातचीत जारी रखे हुए हैं। ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन के प्रमुख अली अकबर सालेही ने हालांकि इस घटना के लिए सीधे तौर पर किसी को भी दोषी नहीं ठहराया। इकाई में रविवार सुबह वास्तव में क्या हुआ इसकी अभी पूरी जानकारी नहीं है। इसे शुरुआत में इकाई को विद्युत आपूर्ति करने वाली ग्रिड में गड़बड़ी की वजह से बिजली आपूर्ति में बाधा बताया गया। कई इजराइली मीडिया घरानों ने आकलन किया कि एक साइबर हमले की वजह से नातान्ज में अंधेरा छा गया और उस इकाई को क्षति पहुंची जहां संवेदनशील सेंट्रीफ्यूज स्थित हैं। हालांकि, खबरों में इस आकलन के लिए किसी स्रोत का उल्लेख नहीं किया गया। इजराइली मीडिया का देश की सैन्य एवं खुफिया एजेंसियों के साथ नजदीकी संबंध है। यदि इजराइल इसके लिए जिम्मेदार है तो इससे दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव और बढ़ सकता है। दोनों देशों में पहले से तनाव है। सरकारी टेलीविजन के अनुसार सालेही ने कहा, ”इस आतंकवादी आंदोलन के लक्ष्य को विफल करने के लिए ईरान एक तरफ परमाणु तकनीक में गंभीरता से सुधार जारी रखेगा और दूसरी ओर दमनकारी प्रतिबंधों को हटाने के लिए भी प्रयास जारी रखेगा।