बच्चों पर ज्यादा कहर बरपा रही कोरोना की दूसरी लहर

नई दिल्ली। गुजरात के सूरत में बीते शुक्रवार को 15 दिन की एक नवजात बच्ची को कोरोना ने अपना शिकार बना लिया। दूसरी लहर में इतने छोटे बच्चे के संक्रमण से मरने के मामलों में से से यह एक है। दूसरी लहर की चपेट में आए देश में नवजात शिशुओं से लेकर 15 साल तक के बच्चों के लिए कोरोना की दूसरी लहर बहुत घातक साबित हो रही है। कोरोना से सबसे संक्रमित राज्यों में मार्च से अप्रैल के बीच 80 हजार बच्चे कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक और दिल्ली में अब तक कुल 79688 बच्चे संक्रमित हो चुके हैं। महाराष्ट्र में एक मार्च से चार अप्रैल तक राज्य में 60,684 बच्चे संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 9882 बच्चों की उम्र 5 साल से कम है। पहली लहर के दौरान पूरे देश के मुकाबले महाराष्ट्र में ज्यादा बच्चे संक्रमित हुए थे और बच्चों में मल्टी सिस्टम इंफ्लेमेट्री सिन्ड्रोम के सर्वाधिक मामले दर्ज किए गए। इस बार हालात और बिगड़ गए हैं। यहां हुए पांचवें सिरो सर्वे के दौरान पाया गया कि 52त्न बच्चों के शरीर में ठीक उसी तरह कोरोना संक्रमण के खिलाफ एंटीबॉडी थी जैसे वयस्कों में पायी जाती रही हैं। यानी कोरोना संक्रमण बच्चों के शरीर पर भी असर छोड़ रहा है। 15 से 23 जनवरी तक चले इस सर्वे में पांच से 12 साल तक की उम्र के 28 हजार बच्चों को शामिल किया गया था।