वैक्सीन को लेकर राज्यों के रवैये से नाराज हैं हेल्थ मिनिस्टर

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा है कि राज्यों के ये आरोप सरकार के समग्र दृष्टिकोण को नुकसान पहुंचाता है और जनता में संकीर्ण राजनीतिक जुनून पैदा करता है। स्वस्थ्य मंत्री की यह टिप्पणी तब आई जब उन्होंने महाराष्ट्र, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, राजस्थान और दिल्ली सहित छह राज्यों के साथ कोविड -19 स्थिति की समीक्षा की। ये सभी राज्य महामारी की दूसरी लहर से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
बैठक के दौरान सभी राज्यों की आम मांग राज्यों के लिए टीकों का कोटा बढ़ाने की थी। 1 मई से 18 से 44 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों के लिए टीकाकरण शुरू होने के बाद, राज्य टीके की कमी की रिपोर्ट कर रहे हैं क्योंकि वर्तमान आपूर्ति 45 वर्ष से अधिक और 45 वर्ष से कम आयु वर्ग के लिए पर्याप्त नहीं है। चूंकि केंद्र ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को 45+ की आबादी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा है क्योंकि वे अधिक असुरक्षित हैं और उनमें से कई ने पहले ही एक खुराक प्राप्त कर ली है। फिलहाल दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान सहित कई राज्यों ने 45 साल से कम उम्र के लोगों का टीकाकरण रोक दिया है।