हारीमऊ में हेल्थ टीम ने डेरा डाला: दर्जनों की मौत से गांव में भय

अमेठी। कोरोना काल में अमेठी के कई ऐसे गांव भी हैं जहां औसत से अधिक लोगों की मौत होना चर्चा का विषय बना। ऐसे गांवों में जगदीशपुर विकासखण्ड का सिंधियांवा और हारीमऊ गांव भी है जहां एक माह में दर्जनों घरों से अपनों की अर्थियां उठ चुकी हैं। ग्रामीणों की मानें तो सिधियांवा में मुस्सन, बब्बन, लल्लन, अंसार, मुजीब, दयाराम सहित कई लोग असमय काल के गाल में समा गए। वहीं हारीमऊ में महफूज, नजमा, जाकिर, शिव बरन, निशा, शोभन सहित दर्जनों लोगों की अर्थी उठ चुकी है। बीते वर्षों की तुलना में इस बार औसत से अधिक मौतों के होने से ग्रामीणों में डर व्याप्त हो गया है। अब लोग अपने घरों में ही अधिकांश समय दुबके रहते हैं। सीएचसी अधीक्षक डॉ एमके त्रिपाठी का कहना है कि हारीमऊ व सिधियांवा में कोरोना के बजाय अन्य बीमारी से अधिक मौत हुई। कई मौत बाहर अहमदाबाद व मुम्बई में हुई है। परंतु परिजनों ने अंतिम संस्कार अपने गांव में ही किया जिससे मौत का आंकड़ा अधिक दिखने लगा। गांव में सेनेटाइजेशन का कार्य कराया गया है। मेडिकल टीम बनाकर चहेती नगर, सिधियावा व हारीमऊ में घर घर सर्वे कर लोगो को सलाह देने के साथ ही दवा वितरित भी की गई है।