शिक्षकों की मौत पर जारी है सियासत

लखनऊ। यूपी में पंचायत चुनाव के दौरा शिक्षकों की मौत के मुद्दे पर राजनीति गर्मा गई है। समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी ने शिक्षकों के आश्रितों को वाजिब मुआवजा न दिए जाने पर प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया है। वहीं बेसिक शिक्षा मंत्री डा. सतीश द्विवेदी ने शिक्षकों की हजारों मौतें होने की बातों को भ्रामक बताया है। इसी तरह यूनाइडेट शिक्षक संघ ने भी मांग की है कि आश्रितों को 30 लाख रुपये मुआवजा दिया जाए।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा है कि उम्र की निष्ठुर भाजपा सरकार चुनाव ड्यूटी में मृत शिक्षकों के परिजनों को मुआवजा देने से बचने के लिए झूठ बोल रही है। राज्य सरकार यह कह रही है कि चुनावी ड्यूटी में केवल तीन शिक्षकों की मौत हुई है, जबकि शिक्षक संघ का दिया आंकड़ा 1000 से अधिक है। भाजपा सरकार ‘महाझूठ का विश्व रिकॉर्ड’ बना रही है। परिवार वालों का दुख ये हृदयहीन भाजपाई क्या जानें। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शिक्षकों की मौत के सरकारी आंकड़े पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को जीते जी उचित सुरक्षा और इलाज नहीं मिला और अब 7 सरकार उनका सम्मान भी छीन रही है। प्रियंका ने कहा कि 1621 शिक्षकों की उत्तर प्रदेश शिक्षक संघ द्वारा जारी सूची को सरकार झूठ बता रही है। प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि सरकार झूठ बोलकर जिम्मेदारी से नहीं बच सकती।