नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने मेहुल चोकसी के भारत से बाहर रहने के दौरान जांच में शामिल होने की पेशकश को निरर्थक करार दिया है। संघीय जांच एजेंसी ने एक हलफनामे में डोमिनिका हाई कोर्ट से कहा है, ”मेहुल चोकसी से उनकी पसंद की जगह पर इंटरव्यू लेने का सवाल ही नहीं उठता।”हलफनामे में लिखा है, “बड़ी मात्रा में सबूत हैं, मौखिक और दस्तावेजी जिसके साथ उनका सामना किया जाना है। इसके अलावा, उसे भारत में किए गए अपराधों के लिए भारतीय कानून के तहत कार्यवाही का सामना करने के लिए एक भारतीय अदालत में पेश किया जाना है। इस प्रकार, भारत के बाहर साक्षात्कार का नि:शुल्क प्रस्ताव अर्थहीन है। मेहुल चोकसी ने पहले डोमिनिका हाई कोर्ट को बताया था कि उसने पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामले की जांच कर रही भारतीय एजेंसियों को आने और उससे पूछताछ करने के लिए आमंत्रित किया था। 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप का सामना कर रहे मेहुल चोकसी ने 2019 में बॉम्बे हाईकोर्ट में दायर एक हलफनामे में इसी तरह के दावे किए थे। इंडिया टूडे की एक रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने तब बताया था कि मेहुल चोकसी का भारत में पेश होना और जांच में शामिल होना जरूरी था। मेहुल चोकसी ने डोमिनिका हाई कोर्ट को यह भी बताया कि जब वह भारत छोडक़र गया था तो उसके खिलाफ कोई मामला नहीं था और वह इलाज के लिए अमेरिका गया था।
सीबीआई बोली: मेहुल चोकसी को आना ही होगा भारत
