कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी की विधानसभा चुनाव जीतने के बाद अन्य राज्यों में चुनाव लडऩे की योजना ने क्षेत्रीय दलों की अपनी सीमाओं के बारे में सवाल खड़ा कर दिया है। क्या टीएमसी इस परिपाटी को तोडऩे में सक्षम होगी? टीएमसी की इस विस्तारवादी सोच के पीछे सीएम के भतीजे और टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी हैं।
अभिषेक बनर्जी ने 8 जून को घोषणा की कि उनकी पार्टी चुनाव जीतने और भाजपा प्रमुख का सामना करने के एकमात्र उद्देश्य से अन्य राज्यों में इकाइयां स्थापित करेगी। उन्होंने कहा, ‘अगर हम किसी राज्य में जाते हैं तो सिर्फ एक या दो सीटें जीतने के लिए ऐसा नहीं करेंगे। हम उस राज्य के लोगों की पसंद का मंच बनना चाहते हैं।” उन्होंने किसी क्षेत्र का उल्लेख नहीं किया, लेकिन मंगलवार को टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “हम पहले छोटे राज्यों पर नजर रखने के बजाय कुछ बड़े राज्यों में चुनाव लडऩे की संभावना तलाश रहे हैं।”
टीएमसी की दूसरे राज्यों पर नजर: विस्तारवादी नीति पर होगा काम
