लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को प्रभावी ढंग से जारी रखने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि देश के अनेक राज्यों में कोरोना के नये वैरिएंट डेल्टा प्लस से संक्रमित मरीज पाये जाने के दृष्टिगत प्रदेश में विशेष सतर्कता बरती जाए। मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डेल्टा प्लस वैरिएंट के सम्बन्ध में विभिन्न राज्यों के फीडबैक का अध्ययन किया जाए। चिकित्सा विशेषज्ञों के परामर्श के अनुरूप अविलम्ब सभी जरूरी कदम उठाए जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना वायरस का गहन अध्ययन करने के लिए प्रदेश में जीनोम सिक्वेंसिंग की सुविधा को लगातार सुदृढ़ किया जाए। इससे डेल्टा प्लस वैरिएंट से बचाव एवं उपचार का बेहतर प्रबन्धन करने में मदद मिलेगी। बैठक में अवगत कराया गया कि बीएचयू, वाराणसी, केजीएमयू, लखनऊ, सीडीआरआई, लखनऊ तथा आईजीआईबी, दिल्ली के सहयोग से जीनोम परीक्षण कराया जा रहा है।
बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि विगत 24 घण्टों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 190 नए मामले प्रकाश में आए हैं। इसी अवधि में 261 संक्रमित व्यक्तियों का सफल उपचार करके डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या 3,046 है। मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टों में कुल 2,63,033 कोरोना टेस्ट किये गये हैं। राज्य में अब तक 05 करोड़ 73 लाख 48 हजार 462 कोविड टेस्ट किए गए हैं। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर 98.5 प्रतिशत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोडऩे में टेस्टिंग की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने निर्देशित किया कि प्रदेश में 11 नई आरटीपीसीआर टेस्टिंग लैब का संचालन प्रारम्भ करने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं तेजी से पूरी की जाएं। बैठक में अवगत कराया गया कि इन प्रयोगशालाओं के क्रियाशील हो जाने पर प्रदेश के 45 जनपदों में आरटीपीसीआर टेस्टिंग लैब कार्यशील हो जाएंगी।
सीएम योगी ने की कोविड संक्रमण को लेकर समीक्षा
