नई दिल्ली। कोरोना वायरस ने देश और दुनिया में जिस तरह तबाही मचाई उससे लोग त्राहि-त्राहि हो चुके हैं। वहीं अब जब कोरोना की दूसरी लहर ढलान पर है तब इस वायरस की तीसरी लहर चिंता का कारण बनी हुई है। ऐसे में सतर्क रहना जरूरी है लेकिन लॉकडाउन से ऊब चुके लोग मानो हालातों को समझने को तैयार ही नहीं और निकल पड़े हैं घूमने फिरने। दरअसल लॉकडाउन में ढील मिलते ही लोग गर्मी से राहत के लिए पहाड़ों की ओर निकल पड़े हैं। सामने आ रही पहाड़ी इलाकों की तस्वीरों में जो जनसैलाब दिख रहा है उससे ये साफ है कि ये लापरवाही कोरोना की तीसरी लहर को और भी खतरनाक बना सकती है। हाल ही में मनाली की एक तस्वीर सामने आई थी जिसमें पर्यटकों की भीड़ इतनी अधिक थी जितनी कोरोना से पहले भी नहीं हुआ करती थी। साथ ही खबर है कि सैलानी पहुंच तो गए हैं लेकिन उन्हें रहने के लिए होटल का एक कमरा तक नहीं मिल पा रहा।
इधर, लॉकडाउन खुलने के साथ ही देशभर में शराब की दुकानों पर भी भारी भीड़भाड़ देखने को मिली। बार और बेंच ने बताया कि केरल उच्च न्यायालय ने केरल में राज्य द्वारा संचालित पेय निगम (बेवको) शराब की दुकानों के बाहर कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने में विफलता के संबंध में एक रिपोर्ट जारी करने के लिए राज्य को निर्देश दिया था। कोर्ट ने आबकारी आयुक्त को भी इन दुकानों में कोविड प्रोटोकॉल दिशानिर्देशों का पालन करने में विफलता के संबंध में एक पूरा बयान दाखिल करने के लिए कहा है।
हिल स्टेशनों पर उमड़े सैलानी: कोरोना प्रोटोकॉल ध्वस्त
