ब्राह्मणों की एकता से बदलेगी देश व प्रदेश की तस्वीर: शर्मा

दिनेश जमदग्नि, गाजियाबाद। विश्व ब्राह्मण संघ के प्रवक्ता बीके शर्मा हनुमान ने कहा कि मौजूदा दौर में संवैधानिक व्यवस्था में अलग-थलग पड़े समस्त ब्राह्मणों को एकजुट होकर अपने उत्थान के लिए स्वयं संघर्ष करने के साथ-साथ धर्म व संस्कृति के पतन की रक्षा के लिए समाज को दिशाहीन होने से बचाना भी ब्राह्मण का दायित्व होना चाहिए। बीके शर्मा हनुमान ने बताया कि सर्वे भवन्तु सुखिन: सभी के सुख की कामना करने वाला, कभी सबसे ज्यादा सम्मान्नित और अहिंसा परमोधर्म: का पाठ साथ ही धर्महिंसा तथैव च का पाठ पढ़ाने वाला सभ्य ब्राह्मण समाज आज षडय़ंत्र के ऐसे जाल में जकड़ चुका हैं कि उससे निकलने के लिए एकता का ही जोड़ लगाना पड़ेगा। अखंड ब्रह्माण्ड में यदि किसी समाज का मानवता के लिए सबसे ज्यादा योगदान हैं तो वह ब्राह्मण समाज का हैं। त्याग और ज्ञान के दम पर सभ्यता की स्थापना की और सभ्य समाज में उत्पन्न हुए असभ्यता से मानवता की सुरक्षा भी की। ब्राह्मणों को एकता लानी होगी तभी सही ज्ञान बच पायेगा और तभी दुनिया प्रलय होने से बच सकती हैं। ब्राह्मण वह है जो शांत, तपस्वी और यजनशील हो। जैसे वर्षपर्यंत चलनेवाले सोमयुक्त यज्ञ में स्तोता मंत्र-ध्वनि करते हैं वैसे ही मेढक भी करते हैं। जो स्वयम् ज्ञानवान हो और संसार को भी ज्ञान देकर भूले भटकों को सन्मार्ग पर ले जाता हो, ऐसों को ही ब्राह्मण कहते हैं। जब सल्तनत काल शुरू हुआ तो ब्राह्मणों ने घर मे ही गुरुकुल खोल लिए। चोरी छुपे बच्चों को पढ़ाया करते थे। वेदों, शास्त्रों को जलाया गया तो ब्राह्मणों ने शास्त्रों को कंठस्त कर लिया। एक बार घर मे गुरुकुल चलाने वाले एक ब्राह्मण को दिल्ली के सुल्तान ने लकड़ी की मूर्ति के साथ जिंदा जलाकर मार दिया। ब्राह्मण के सामने शर्त रखी गयी थी कि धर्म त्याग या मरने को तैयार रहे, ब्राह्मण ने कहा भस्म होना स्वीकार है धर्म बदलना नहीं। ऐसी धर्मभक्त जाती का अपमान करना वेदों और मानवता का अपमान करना नहीं है ? ब्राह्मणों के कारण ही आज सनातनी संस्कृति जीवित है..ब्राह्मण, वैश्य, क्षत्रिय, शूद्र ये सभी सनातन धर्म और भारत देश की नींव हैं.. अगर नींव ही ढ़ह गयी तो शेष कुछ नहीं बचेगा इसलिए एक दूसरे का सम्मान करें और सनातन और भारत धर्म को बचाएं। अब ब्राह्मणों सहित पूरे सवर्ण समाज मे जागरूकता आ रही है,बहुत से राष्ट्रभक्त संस्कारवान साथी जगाने में लगे हैं। अब जो दल एससीएसटी एक्ट हटायेगा, आरक्षण हटायेगा,सवर्ण आयोग बनायेगा,उसी दल को ब्राह्मणों सहित पूरा सवर्ण वोट देगा। बीके शर्मा हनुमान ने कहा कि हाँ ब्राह्मण राष्ट्रभक्त हैं, समाज के प्रति उत्तरदायी भी हैं लेकिन जातीय आधार पर बनने वाली नीतियाँ स्वीकार नहीं हैं,चाहें कांग्रेस बनाये या भाजपा।