लखीमपुर में किसानों की सचेतन हत्या: आइपीएफ

लखीमपुर खीरी में किसानों के नरसंहार के खिलाफ आल इंडिया पीपुल्स फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन आयोजित कर राष्ट्रपति के नाम सम्बोधित ज्ञापन भेजा। आइपीएफ कार्यकर्ताओं ने कहा कि लखीमपुर में किसानों व पत्रकार की सचेतन हत्या की गई है। इसलिए लखीमपुर खीरी में किसानों के नरसंहार के जिम्मेदार केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र को मंत्री परिषद् से बर्खास्त कर गिरफ्तार करने, आंदोलनरत किसानों की वाजिब मांग तीनों काले कृषि कानूनों की वापसी और एमएसपी पर कानून बनाने को स्वीकार करने और बढ़ती महंगाई पर रोक लगाने और रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य के अधिकार की गारंटी करने तथा हर हाल में लोकतंत्र की रक्षा करने की मांगों को प्रदर्शन में मजबूती से उठाया गया। सीतापुर और सोनभद्र के म्योरपुर में अनिश्चित कालीन धरना शुरू किया गया। सीतापुर में धरने का नेतृत्व आइपीएफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस. आर. दारापुरी ने किया। उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष डा. बी. आर. गौतम व मजदूर किसान मंच के महासचिव डा. बृज बिहारी भी मौजूद रहे। धरने में सैकडों की संख्या में ग्रामीण गरीब इकठ्ठा हुए। सोनभद्र के म्योरपुर और घोरावल में प्रदर्शन कर मांग पत्र दिया गया। म्योरपुर में आइपीएफ जिला संयोजक कृपा शंकर पनिका, व मजदूर किसान मंच के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद गोंड़, मंगरू प्रसाद गोंड़, मनोीर गोंड़ और घोरावल में सूरज कोल, कैलाश चौहान, श्रीकांत सिंह ने नेतृत्व किया। गोण्डा के कर्नलगंज में आइपीएफ संयोजक साबिर अजीजी व आरिफ के नेतृत्व में तहसील प्रशासन को मांगपत्र दिया गया। मऊ में आइपीएफ प्रदेश उपाध्यक्ष व बुनकर वाहनी के अध्यक्ष इकबाल अहमद अंसारी के नेतृत्व में सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन दिया गया। आगरा में आइपीएफ प्रदेश महासचिव दुर्गा प्रसाद ने एडीएम सिटी को मांगपत्र दिया। चंदौली में आइपीएफ नेता अजय राय को प्रशासन ने धारा 144 लगी होने की नोटिस देकर कार्यक्रम पर रोक लगा दी। वाराणसी में आइपीएफ प्रदेश उपाध्यक्ष योगीराज पटेल को पुलिस ने घर में ही नजरबंद किया हुआ है।