डेंगू इफेक्ट: बकरी का दूध 1600 रुपए हुआ प्रति लीटर

श्यामल मुखर्जी, गाजियाबाद। नवरात्रों में फल महंगा, दीपावली में मिठाई महंगी, त्योहारों पर सब्जी महंगी, यह सब तो अब आम बात हो चली है । परंतु आपदा को अवसर में बदलने के इस दौर में अब डेंगू वाले मौसम में बकरी का दूध भी 1600 रुपए प्रति लीटर की दर से मिल रहा है । बकरी के दूध जैसी चीज के भाव आसमान छूने का कारण है डॉक्टरों द्वारा डेंगू के मरीजों के लिए बकरी के दूध का लाभकारी होना बताया जाना । जबकि डॉक्टर द्वारा मुझे स्पष्ट किया गया है कि बकरी के दूध में मरीज के प्लेटलेट्स बढ़ाने वाले कारक कतई उपलब्ध नहीं है हालांकि यह बात अवश्य है कि भैंस और गाय के दूध के मुकाबले में बकरी का दूध ज्यादा सुपाच्य होता है । अब जबकि जनपद में डेंगू के 31 नए मरीजों का पता लगने के साथ साथ आंकड़ा बढक़र 601 पर पहुंच गया है, जनपद में अफरा-तफरी का माहौल है। ऐसे में बकरी वालों की चांदी हो रही है । 250 ग्राम दूध भी 400 / 450 में बेचा जा रहा है वह भी एडवांस बुकिंग पर। डॉक्टर के अनुसार डेंगू में मरीज के शरीर में तेजी से प्लेटलेट्स की कमी हो जाती है जिसकी रिकवरी में समय लगता है। ऐसे में प्लेटलेट्स बहुत ज्यादा कम हो जाने पर मरीजों को प्लेटलेट्स चढ़ानी पड़ती है। लोग अक्सर बहकावे में आकर बिना किसी डॉक्टरी सलाह के मरीज को तुरंत बकरी का दूध पिलाना शुरू कर देते हैं । बकरी के दूध का फायदा केवल इतना है कि प्रोटीन तत्व कम होने तथा गाय और भैंस के दूध की तुलना में पतला होने के कारण मरीज के लिए इसे पचाना आसान हो जाता है। परंतु बकरी के दूध के सेवन से मरीजों में प्लेटलेट्स की वृद्धि होती है यह बात पूरी अफवाह है और मरीजों के परिजनों को ऐसी अफवाहों से बचना चाहिए।