कई देशों में है वैश्यावृत्ति कानूनन वैध

Indian sex workers cover their faces as they react to the camera while watching a rally as part of the week-long sex workers' freedom festival at the Sonagachi red-light area in Kolkata July 24, 2012. In the global battle against HIV/AIDS, sex workers like those in Sonagachi, one of Asia's largest red light districts, are a crucial link in a chain of infection that some 20,000 experts gathered in Washington are debating how to break -- but without having foreign sex workers there. Picture taken on July 24, 2012. To match story INDIA-SEXWORKERS/  REUTERS/Rupak De Chowdhuri (INDIA - Tags: HEALTH SOCIETY)

नई दिल्ली। कहते हैं वैश्यावृति दुनिया का सबसे पुराना पेशा है लेकिन इस पेशे के बारे में खुल कर बात करने से लोग अक्सर परहेज करते हैं। कई देशों में यह कानूनी है और यौनकर्मी अन्य किसी भी पेशे की तरह सरकार को टैक्स भी चुकाते हैं। भारत के लगभग हर शहर में कोई ना कोई छिपा हुआ इलाका है जहां देह व्यापार चलता है। दिल्ली की जीबी रोड और कोलकात का सोनागाछी पूरे देश में मशहूर है। दरअसल भारत में देह व्यापार गैरकानूनी नहीं है लेकिन दलाली करना, चकला चलाना और सार्वजनिक जगहों पर ग्राहक ढूंढना अपराध है। वैश्यावृति के लिए मशहूर एशिया के अधिकतर देशों, जैसे थाईलैंड और फिलीपींस में यौनकर्म गैरकानूनी है।
देह व्यापार में एम्सटर्डम का रेड लाइट एरिया शायद दुनिया का सबसे मशहूर हिस्सा है। अन्य देशों से विपरीत, जहां लोग छिप छिपा कर रेड लाइट एरिया में जाते हैं, एम्सटर्डम में टूरिस्ट खास तौर से इस इलाके को देखने पहुंचते हैं। बेल्जियम में भी देह व्यापार कानूनी है। फ्रांस और जर्मनी इन दोनों देशों में देह व्यापार को नियंत्रित करने के लिए कड़े नियम हैं। जर्मनी के कुछ शहरों में यौनकर्मियों को सड़कों पर ग्राहक खोजने के लिए खड़े होने की अनुमति नहीं है। वहीं फ्रांस में 2014 में नया कानून लागू किया गया जिसके तहत सेक्स के लिए पैसे देना अपराध ह। फ्रांस ने जो कानून लागू किया है, उसकी शुरुआत 1999 में पहली बार स्वीडन ने की इसीलिए इसे स्वीडिश मॉडल और नॉर्डिक मॉडल कहा जाता है। नॉर्वे और आइसलैंड भी इसी कानून का पालन करते हैं। इस मॉडल के तहत ये देश यौनकर्मियों को अपराधी ना कह कर, देह व्यापार पर लगाम कसने की कोशिश कर रहे है।
ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड इन दोनों देशों में देह व्यापार को पूरी तरह कानूनी मान्यता प्राप्त है। ऑस्ट्रिया में देह व्यापार में आने के लिए कम से कम 19 साल का होना जरूरी है। महिलाओं को नियमित रूप से अपना मेडिकल टेस्ट कराना होता है और टैक्स भी चुकाना होता है. जर्मनी में भी ऐसा ही है। जर्मनी की तरह ग्रीस में भी वैश्यावृति एक कानूनी पेशा है। अन्य लोगों की तरह यौनकर्मियों को अपना मेडिकल बीमा भी कराना होता है। तुर्की में भी इसी तरह के कानून हैं। वहां यौनकर्मियों के लिए खुद को पंजीकृत कराना और आईडी कार्ड बनवाना अनिवार्य है। ब्रिटेन में भी यौनकर्मियों के पास अधिकार हैं लेकिन गैर सरकारी संगठनों के विरोध के चलते वक्त के साथ कुछ नियम बदले गए हैं। मिसाल के तौर पर किसी यौनकर्मी की तलाश में रेड लाइट इलाके में धीमी गति पर गाड़ी चलाने की इजाजत नहीं है। दरअसल यूरोप के अधिकतर देश देह व्यापार को अपराध नहीं मानते। हर देश के अपने कुछ अलग नियम हैं और उन्हीं के अनुरूप स्वीकृति है। स्पेन में किसी अन्य व्यक्ति को देह व्यापार में धकेलना या उससे मुनाफा कमाना अपराध है। व्यक्ति अपनी इच्छा से इस पेशे से जुड़ सकता है। लगभग सभी लैटिन अमेरिकी देशों में देह व्यापार की अनुमति है। ड्रग्स और माफिया के लिए मशहूर मेक्सिको में मानव तस्करी भी बड़ी समस्या है। सुनियोजित रूप से सेक्स रैकेट चलाना अपराध है लेकिन फिर भी यहां ऐसा आम है। न्यूजीलैंड में देह व्यापार की अनुमति है, वहीं पड़ोसी ऑस्ट्रेलिया के अलग अलग हिस्सों में अलग अलग कानून हैं। न्यूजीलैंड में 2003 में बदले गए कानून के बाद से बालिगों के लिए यह व्यापार कानूनी हो गया है। कनाडा में भी इसे गैरकानूनी नहीं माना जाता।
बता दें कि मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल ने मांग की है कि सरकारें देह व्यापार को कानूनी दर्जा दें और सेक्स वर्करों को अपराध के दायरे से बाहर निकाले।