नव जीवन मिशन स्कूल के अध्यापकों ने लगाया आरोप

गंगा मणि दीक्षित, देवरिया। शहर के नव जीवन मिशन स्कूल सोनुघाट देवरिया के तीन शिक्षको ने प्रधानाचार्य पर मानदेय भुगतान मे प्रान्त के नाम पर भेदभाव और मनमानी करने का आरोप लगाया है। कोतवाली पुलिस को शिकायत पत्र देकर बकाया मानदेय दिलाने की मांग की है पुलिस मामले की जाच कर रही है। जानकारी के मुताबिक,लार के पांडेपार गाव के रहने वाले मयंक तिवारी स्कूल में गणित के शिक्षक के पद पर कार्यरत है आरोप लगाया है के स्कूल के प्रबंधक और प्रधानाचार्य की तरफ से आश्वाशन दिये जाने के बाद भी 10 माह का मानदेय करीब एक लाख रुपये नही दिया। पक्षपात करते हुए सभी केरल शिक्षको को उनका पुरा बकाया मानदेय दिया गया। शिक्षक रमेश उपाध्याय भौतिकी के शिक्षक थे उनका भी आरोप है कि जुलाई 2020 से नवम्बर 2020 डेढ़ लाख रुपये मानदेय हुआ लेकिन जिसमे 50 फीसदी यानी 75 हजार रुपये ही मिले शेष बकाया मानदेय नही दिया जा रहा है। हिंदी की शिक्षिका विनीता तिवारी को अप्रैल मे नोटिस देकर निकाल दिया गया। अप्रैल 2020 से जनवरी 2021 तक का 10 माह का वेतन एक लाख अस्सि हजार रूपये हुआ जिसमे एक लाख रुपये ही दिया गया है। प्रभारी निरीक्षक नवीन कुमार सिंह ने बताया है कि शिक्षको ने तहरीर मे भेदभाव और बकाया राशि स्थानीय शिक्षको को नही दिये जाने का आरोप लगाया है । प्रधानाचार्य एम बी राजन ने बताया है कि केरल के शिक्षक चार हजार किलोमीटर से आके पढ़ा रहे है कोरोना काल में उन्होंने सहयोग किया है।स्थानीय शिक्षक घर से निकलने को तैयार नहीं थे इसलिए प्रबंधक ने केरल के शिक्षक को पूरा और स्थानीय को 50 फीसदी दिया गया।
वही स्थानीय शिक्षको व अभिभावको का कहना है कि क्या केरल शिक्षक ही पूरे लॉकडाउन में पढाये हैं? जब सभी विषयों की ऑनलाईन कक्षाएं निरंतर चली हैं और सभी शिक्षकों ने अध्यापन कार्य निरंतर किया है तो वेतन का भुगतान सिर्फ केरल के शिक्षकों को ही क्यों किया गया है।