ललितपुर के किसान परिवार से मिलीं प्रियंका: मदद का भरोसा

ललितपुर/लखनऊ। कांग्रेस महासचिव एवं उत्तर प्रदेश मामलों की प्रभारी प्रियंका गांधी वाद्रा ने ललितपुर में खाद की कथित कालाबाजारी और कर्ज के बोझ के चलते जान गंवाने वाले चार किसानों के परिजनों से शुक्रवार सुबह मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी तथा हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
प्रियंका ने बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, “मैं चार किसानों के परिवारों से मिली, जिनमें से दो ने आत्महत्या कर ली और दो अन्य ने खाद के लिए कुछ दिनों तक कतार में खड़े रहने के दौरान अपनी जान गंवा दी। वे कई दिनों तक बिना भोजन के लगातार खड़े रहे और मर गए। उन्होंने कहा, ‘सरकार के पास खाद वितरण की व्यवस्था है और यह स्पष्ट है कि कालाबाजारी करने वालों, अधिकारियों और नेताओं की मिलीभगत के कारण यह विफल रही है। उन्होंने मामले की जांच की मांग करते हुए कहा, “यहां प्रशासन ने जो कुछ भी किया वह गलत है, अगर अधिकारियों, कालाबाजारी करने वालों और नेताओं की मिलीभगत है तो इसकी जांच होनी चाहिए कि खाद कैसे नहीं पहुंच रही है। किसानों की समस्याओं पर चर्चा करते हुए प्रियंका ने कहा कि जिन किसानों से वह मिलीं, उन्होंने उन्हें बताया, ” 2000 रुपये में एक बोरी खाद मिलती है।’’ उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट रूप से कालाबाजारी का मामला है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा खाद के दाम भी बढ़े हैं जबकि बोरियों में उपलब्ध मात्रा में कमी आई है।’’कांग्रेस नेता ने दावा किया, ‘ इन चारों परिवारों की ही यह समस्या नहीं है बल्कि पूरे बुंदेलखंड क्षेत्र में यह दिक्कत हो रही है। उन्होंने कहा, “एक लडक़ी रो रही थी क्योंकि उसे अपने पिता का चेहरा तक देखने को नहीं मिला।’’ उन्होंने कहा कि इससे जाहिर होता है कि सरकार की क्रूरता चरम पर है। प्रियंका ने लखीमपुर खीरी हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि खुद देखिए, एक मंत्री के बेटे ने किसानों को (वाहन से) कुचला, लेकिन मंत्री के साथ कुछ नहीं किया गया और वह अपने पद पर बने हुए हैं।