कू ऐप एशिया पेसिफिक़ क्षेत्र के उभरते सबसे हॉट डिजिटल ब्रांड में शामिल

डेस्क। एम्प्लिट्यूड की अगले सबसे हॉट डिजिटल प्रोडक्ट रिपोर्ट के पहले संस्करण में अमरीका, यूरोप, मध्य पूर्व, अफ्रीका और एशिया पेसिफिक़ क्षेत्र के इकलौते सोशल मीडिया प्लेटफॉम के रूप में कू ऐप का नाम । कई भाषाओं में मौजूद भारत के पहले माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म कू ऐप को एम्प्लिट्यूड की प्रोडक्ट रिपोर्ट 2021 में एशिया पेसिफिक़ क्षेत्र के अगले 5 सबसे हॉट प्रोडक्ट में स्थान दिया गया है। कू ऐप एक अनूठा डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो यूज़र्स को अपनी मातृभाषा में खुद को व्यक्त करने का मौक़ा देता है। ये एशिया पेसिफिक़ क्षेत्र, अमेरिका, यूरोप, मध्य पूर्व और अफ्रीका का इकलौता ऐसा सोशल मीडिया ब्रांड है जिसे इस प्रतिष्ठित रिपोर्ट में जगह दी गई है। इतना ही नहीं कू ऐप इस सूची में आए भारत के केवल दो ब्रांड में से एक है। एम्प्लिट्यूड के व्यवहारवादी ग्राफ के आंकड़े हमारे डिजिटल जीवन को आकार देने वाले दुनिया भर के सबसे उभरते हुए डिजिटल प्रोडक्ट्स को पेश करते हैं। रिपोर्ट में कू ऐप को मुख्य रूप से भारतीय यूज़र्स के लिए एक अनोखा अंतर लाने वाला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म” बताया गया है। इसमें आगे कहा गया है कि कु “एक अरब से ज्यादा आबादी के लिए उनकी पसंद का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बनने के लिए तैयार है। मार्च 2020 में देसी भाषाओं में अभिव्यक्ति के लिए मेड इन इंडिया प्लेटफॉर्म कू ऐप को लॉन्च किया गया था। केवल 20 महीनों से कम वक्त में ही डेढ़ करोड़ से ज्यादा यूज़र्स कू ऐप से जुड़ चुके हैं और यह नौ भारतीय भाषाओं में मौजूद है। दमदार तकनीक और भाषाओं के अनुवाद की बेहतरीन सुविधाओं वाले कू ऐप को अगले एक वर्ष में 10 करोड़ से ज्यादा डाउनलोड किए जाने की उम्मीद है। एम्प्लिट्यूड की प्रोडक्ट रिपोर्ट 2021 पर प्रतिक्रिया देते हुए कू ऐप के सह-संस्थापक और सीईओ अप्रमेय राधाकृष्ण ने कहा, “हमें बेहद खुशी है कि कू ऐप को इस सम्मानित वैश्विक रिपोर्ट में शामिल किया गया है और एशिया पेसिफिक़ क्षेत्र के शीर्ष पाँच सबसे हॉट डिजिटल प्रोडक्ट में से एक के रूप में स्थान दिया गया है। भारत और पूरे एशिया पेसिफिक़ क्षेत्र, ईएमईए और अमेरिका से इस सूची में जगह बनाने वाले हम इकलौते सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म हैं। पूरी दुनिया के लिए भारत से बनाए जा रहे एक ब्रांड के रूप में यह हमारे लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। एम्प्लिट्यूड की यह रैंकिंग हमें डिजिटल दुनिया पर भाषा की कठिनाइयों को हटाकर लोगों को उनकी संस्कृति और बोली अलग होने के बावजूद इक_ा करने के लिए और भी लगन से काम करने के लिए प्रेरित करेगी।