अखिलेश की हुंकार: साइकिल हटायेगी बुलडोजर

डेस्क। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि जैसे-जैसे चुनाव की तारीखें नजदीक आती जाएंगी, भाजपा की बौखलाहट बढ़ती जाएगी। हार के डर से भाजपा के दूसरे राज्यों के नेता भी उत्तर प्रदेश आएंगे। लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या की जिम्मेदारी से भाजपा सरकार बच नहीं सकती है। भाजपा के लोगों ने जानबूझकर षडय़ंत्र रचकर किसानों को रौंद कर मार दिया। सच्चाई सामने आ गई है। भाजपा में अगर नैतिकता बची हो तो गृहराज्य मंत्री को फौरन बर्खास्त करें।अखिलेश यादव ने जौनपुर दौरे के दूसरे चरण की विजय रथ यात्रा में पांच विधानसभा क्षेत्रों का सघन भ्रमण किया। उन्होंने जमुनिया में पहले दिन के दौरे की आखिरी सभा की जिसमें देर रात तक बड़ी संख्या में लोग उनका इंतजार करते रहे थे। उन्होंने कहा कि यहां जो जोशीला जनसमर्थन मिल रहा है वो अभूतपूर्व है जो बदलाव के इंकलाब का संकेत दे रहा है। बुल और बुलडोजर को साइकिल हटाएगी। अखिलेश यादव ने अपनी जनसभाओं में कहा कि साढ़े चार साल में भाजपा की हर बात झूठी साबित हुई है। उनका हर वायदा जुमला निकला है। भाजपा का विज्ञापन भी झूठा है जिसका जवाब देने के लिए सडक़ों पर जनता देर रात तक खड़ी है। उन्होंने राज्य विधानमंडल के सत्र पर टिप्पणी की कि सरकार को बजट की जरूरत है इसलिए सत्र बुलाया गया है। जनता के मुद्दों और मामलों से उनका कोई लेनादेना नहीं है। भाजपा भटकाने के लिए यह सब कर रही है।
श्री यादव ने कहा कि एसआईटी रिपोर्ट से साबित हो गया है कि लखीमपुर खीरी में किसानों को षडयंत्र के तहत जीप से कुचल कर मारा गया है। साजिश में गृह राज्य मंत्री भी शामिल थे अत: गृह राज्य मंत्री को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा भाजपा राज में मंहगाई और बेरोजगारी बढ़ी है। पिछले तीन महीनों में तेल कम्पनियों को 600 फीसदी मुनाफा कराया गया है। सरकार गरीबों की जेब काट कर अमीरों की तिजोरी भर रही है। श्री यादव ने कहा कि आज जनता की कमाई आधी हो गई है और महंगाई दुगनी हो गई है। भाजपा का किसानों की आय दुगनी करने का वादा झूठा निकला। किसान को एमएसपी दर पर फसल के दाम भी नहीं मिल रहे है। उसे लूटा जा रहा है। बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है। यह सरकार गरीब और किसान विरोधी है। भाजपा को लोगों ने परेशान और अपमानित किया है। 700 किसानों के शहीद होने के बाद डर कर भाजपा सरकार ने तीनों काले कृषि कानून वापस लिए है। प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। महिलाओं में असुरक्षा है। स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं।