बीजेपी पुराने उम्मीदवारों पर ही लगाएगी दांव

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में ऐंटी-इनकमबेंसी से निपटने के लिए भाजपा की ओर से बड़ी संख्या में अपने मौजूदा विधायकों के टिकट बांटने की चर्चाएं थीं। लेकिन अब पार्टी अपनी रणनीति बदलती दिख रही है। सूत्रों के मुताबिक भाजपा बड़ी संख्या में अपने मौजूदा विधायकों को ही उतारने की तैयारी में है। शायद इसकी वजह यह डर है कि मौजूदा विधायकों के टिकट काटने से पार्टी में भीतरघात की स्थिति हो जाएगी। ऐसे में पार्टी ने उन्हीं सीटों पर टिकट बदलने का प्लान बनाया है, जहां विधायक के प्रति बहुत ज्यादा गुस्सा हो। इसके अलावा उन सीटों पर नया उम्मीदवार दिया जा सकता है, जहां 2017 में जीत नहीं मिल पाई थी। भाजपा के एक नेता के हवाले से इकनॉमिक टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि इस बार भी भाजपा बड़ी संख्या में मौजूदा विधायकों को ही टिकट दे सकती है। कुछ सीटों पर नए उम्मीदवार उतारे जा सकते हैं, लेकिन बड़ी संख्या में सिटिंग विधायक ही उतरेंगे। दरअसल टिकट काटने पर भाजपा को भीतरघात का डर है। ऐसे में उसने यह रणनीति बनाई है कि मौजूदा नेताओं को ही मौका दिया जाए और वोटर्स के बीच विकास के अजेंडे को ही आगे बढ़ाया जाए। शनिवार को होम मिनिस्टर अमित शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग में भी इस बात का संकेत दिया था। उन्होने कहा था कि आप लोगों को नेताओं की बजाय पार्टी को तरजीह देनी चाहिए।