इंफाल में दहाड़े मोदी: पूर्ववर्ती सरकारों ने की अनदेखी

इम्फाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पूर्ववर्ती सरकारों पर पूर्वोत्तर के विकास की अनदेखी करने और क्षेत्र के लोगों के बीच दूरियां बढ़ाने का आरोप लगाते हुए कहा कि आज ‘‘डबल इंजन’’ की सरकार की वजह से इस क्षेत्र में उग्रवाद और असुरक्षा की आग नहीं है, बल्कि शांति और विकास की रोशनी है। प्रधानमंत्री ने यहां 4800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली 22 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद अपने संबोधन में यह भी कहा कि पूरे पूर्वोत्तर में सैकड़ों नौजवान आज हथियार छोडक़र विकास की मुख्यधारा में शामिल हुए हैं। मोदी ने करीब 1850 करोड़ रुपये लागत वाली 13 परियोजनाओं का उद्घाटन किया और लगभग 2950 करोड़ रुपये लागत वाली नौ परियोजनाओं की आधारशिला रखी। यह परियोजनाएं सडक़ निर्माण, पेयजल आपूर्ति, स्वास्थ्य, शहरी विकास, आवास, सूचना प्रौद्योगिकी, कौशल विकास, कला और संस्कृति जैसे विविध क्षेत्रों से संबंधित हैं।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘पूर्वोत्तर को लेकर पहले की सरकारों की नीति थी ‘डोंट लुक ईस्ट’ यानी पूर्वोत्तर की तरफ दिल्ली में तभी देखा जाता था, जब यहां चुनाव होते थे। लेकिन हमने पूर्वोत्तर के लिए ‘लुक ईस्ट’ का संकल्प लिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर के पूरे क्षेत्र में प्राकृतिक संसाधनों और यहां के लोगों में सामथ्र्य की भरमार है और इस वजह से यहां विकास और पर्यटन की असीम संभावनाएं भी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आज पूर्वोत्तर क्षेत्र भारत के विकास का प्रवेश द्वार बन रहा है…नए भारत के सपनों को पूरा करने का प्रवेश द्वार बन रहा है…और इसमें मणिपुर और पूर्वोत्तर, भारत के भविष्य में नए रंग भर रहे हैं। पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय था जब मणिपुर को अपने हाल पर छोड़ दिया गया था क्योंकि पहले दिल्ली में बैठी सरकारें सोचती थीं कि कौन इतनी तकलीफ उठाए और कौन इतनी दूर जाए। उन्होंने कहा, ‘‘वर्ष 2014 के बाद मैं पूरी दिल्ली को… भारत सरकार को… आपके दरवाजे पर लेकर आ गया। वह चाहे नेता हो या मंत्री हो, अफसर हो। उन्होंने लोगों को याद दिलाया कि आज केंद्रीय मंत्रिमंडल में पूर्वोत्तर के पांच प्रमुख चेहरे हैं जो देश के अहम मंत्रालयों का कामकाज संभाल रहे हैं।