किसान समिति वसुन्धरा: किसानों की समस्या का कर सके निवारण उसी को वोट

श्यामल मुखर्जी, साहिबाबाद। किसान समिति वसुंधरा जिसमें सभी 6 गांवों के प्रह्लाद गढ़ी, साहिबाबाद, मकनपुर, कनावनी, अर्थला, झंडापुर गांव शामिल है, ने मीटिंग कर निर्णय लिया कि इस चुनाव में उसी प्रत्याशी का समर्थन किया जाएगा जो किसानों की समस्याओं को हल कराने में किसानों की मदद करेगा और किसानों की आवाज को उठाएगा। चुनाव के महापर्व में अपने मत का प्रयोग इन सभी गांवो के किसान बहुत लम्बे समय से करते आ रहे हैं। मगर जब से इन गांवों की जमीन का अधिग्रहण कर यहां कॉलोनी जैसे वसुंधरा, वैशाली, इंदिरापुरम बनाई गई है तब से राजनीतिक पार्टी द्वारा इन गांवों की उपेक्षा की जाने लगी है और सभी प्रत्याशियों का ध्यान इन कॉलोनी में रहने वाले लोगों पर है जिस कारण यहां गांव में रहने वाले लोगों की सभी राजनीतिक पार्टियों द्वारा अपेक्षा की जाने लगी उनके छोटे-मोटे कार्य एवं उनकी हर आवाज को अनसुना किया जाने लगा जिस कारण गांवों के लोग सभी राजनीतिक पार्टी से नाराज है । यही कारण है कि किसान समिति ने बैठक कर निर्णय लिया कि जो भी प्रत्याशी इन सभी 6 गांवों के किसानों की समस्याओं को सुनकर उनका हाल कराएगा सभी किसान उस प्रत्याशी का समर्थन करेंगे। किसान समिति ने बताया कि वर्ष 1999 से आवास विकास द्वारा समझौते का पालन नहीं किया जा रहा है उसके लिए लगातार यहां के जनप्रतिनिधियो को मिलकर उनसे किसानों की समस्याओं को बताया गया परंतु अब तक किसी भी प्रत्याशी ने किसानों की समस्याओं को हल कराने का प्रयास तक नहीं किया है ।सभी किसान उसी का चुनाव में समर्थन करेगे जो किसानों को आसानी से उपलब्ध हो सकें।किसानों के अनुसार वोट सिर्फ एक कागज का टुकड़ा नही है कि डाला और चल दिये । ये वोट हमारे देश की ओर किसानों एवं मजदूरों की उन्नति तय करती हैं। इस लिए देश की उन्नति ओर
शिक्षा के साथ गरीबों व मजदूरों के लिए कार्य करने वाले दल और उसके नेता को ही अब हमारा वोट होगा। समिति ने यह भी निर्णय लिया कि सभी गांवो में जाकर किसानों की मांगों के लिए उसी प्रत्याशियों को वोट करने के लिए समझाया जाएगा जो किसानों की समस्याओं का हल करेगा। इस बैठक में सतीश नागर, आदेश त्यागी, बलराम सिंह, आशीष कौशिक, रिंकू शर्मा, श्री चंद नागर, सोमदत्त त्यागी, मुकेश जाटव, नरेश जाटव, बिजेंदर चौहान , दिनेश शर्मा आदि उपस्थित रहे। बैठक में आवश्यक सावधानी बरती गई वह कोरोना प्रोटोकोल का पालन किया गया सभी को बैठने के लिए उचित दूरी बनाकर रखी गई मीटिंग में आने पर सभी के हाथों को सैनिटाइज कराया गया एवं मास्क की अनिवार्यता रखी गई।