रोजगार के सवाल पर डिजिटल युवा पंचायत कल

लखनऊ। रोजगार को चुनावीं मुद्दा बनाने के लिए जारी मुहिम के क्रम में कल डिजिटल युवा पंचायत बुलाई गई है। इस संबंध में युवा मंच संयोजक राजेश सचान ने बताया कि डिजिटल युवा पंचायत में विभिन्न जनपदों व विभिन्न संवर्ग के प्रतिनिधि व छात्र इसमें शरीक होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अनवरत चले रोजगार आंदोलन से आज यह मुद्दा चुनावीं विमर्श में आ गया है। युवा भाजपा से तो बेहद खफा हैं और भाजपा हराओ मुहिम का भी आगाज भी सबसे पहले युवाओं ने ही किया लेकिन युवा विपक्षी दलों से भी आश्वस्त होना चाहते हैं कि वह रोडमैप पेश करें कि कैसे रोजगार के संकट को हल करेंगे। कहा कि प्रदेश में 5 लाख से ज्यादा रिक्त पद सरकारी विभागों में अभी भी है जबकि योगी सरकार ने कम से कम 5 लाख से ज्यादा पदों को ही खत्म कर दिया, जिसमें चतुर्थ श्रेणी के4 लाख व बेसिक शिक्षा में हेडमास्टर के सवा लाख पद शामिल हैं। ऐसे में सरकारी विभागों में नये पदों के सृजन के वादे के पहले यह बताना चाहिए कि पहले से उपलब्ध इन 10 लाख से ज्यादा पदों को सरकार बनने पर कब तक भरेंगे और इनमें विज्ञापन संबंधी प्रक्रिया कब तक संपन्न हो जायेगी। इन सरकारी पदों को भरने समेत रोजगार सृजन समेत अन्य घोषणाओं के लिए बजट का प्रबंध कैसे होगा, उसके लिए आर्थिक नीतियों में क्या बदलाव होगा, इस सब का ब्लूप्रिंट पेश करना चाहिए अन्यथा की स्थिति में लोगों का मत है कि ऐसे तमाम वादे महज चुनावीं घोषणाएं साबित होंगी।