अमेठी में राजघराने की बहुए फिर होंगी आमने-सामने

आशुतोष मिश्र,अमेठी। विस चुनाव में अमेठी से राजघराने की दो बहुओं की दावेदारी सत्तारूढ़ दल की परेशानी बढ़ा सकती है। 2017 के विधानसभा चुनाव में अमेठी में गरिमा सिंह (भाजपा) और अमीता सिंह (कांग्रेस) आमने-सामने थीं तथा इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री संजय सिंह के भाजपा में शामिल होने के बाद उनकी दूसरी पत्नी अमीता सिंह भी यहां से पार्टी के टिकट की दावेदार हैं। पूर्व की अमेठी रियासत के मुखिया संजय सिंह ने जुलाई 2019 में कांग्रेस और राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया था। उनके नजदीकी लोगों के मुताबिक, संजय सिंह अमेठी विधानसभा से अमीता को भाजपा का टिकट दिलाने के लिए प्रयासरत हैं, जबकि गरिमा अपना टिकट बचाने के लिए जद्दोजहद कर रही हैं। इस सिलसिले में दोनों से बातचीत की कोशिश की गई, लेकिन संपर्क नहीं हो सका। हालांकि भाजपा के लोकसभा संयोजक और अमेठी के जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश मसाला ने कहा कि यहां टिकट मिलना कोई मुद्दा नहीं है। पार्टी जिसे भी उम्मीदवार बनाएगी उसे चुनाव जिताकर भेजा जाएगा। अमेठी में महाराज नाम से संबोधित किए जाने वाले डॉक्टर संजय सिंह ने अपनी पहली पत्नी गरिमा सिंह को तलाक देकर 1995 में अमीता सिंह से शादी कर ली थी। राष्ट्रीय स्तर पर बैडमिंटन की खिलाड़ी रहीं अमीता ने 1984 में राष्ट्रीय चैंपियन सैयद मोदी से शादी की थी। 1988 में सैयद मोदी की हत्या के बाद अमीता ने संजय सिंह से दूसरा विवाह किया और उसके बाद राजनीति में सक्रिय हुईं। 2002 में वह भाजपा तथा 2007 में कांग्रेस से अमेठी की विधायक चुनी गईं। वर्ष 2017 के चुनाव में अमेठी में गरिमा सिंह (भाजपा) और अमीता कांग्रेस की उम्मीदवार थीं। गरिमा सिंह ने 64,226 मत पाकर यह चुनाव जीत लिया था जबकि अमीता चौथे स्थान पर रही थीं और उन्हें सिर्फ 20,291 मत मिले थे। यहां दूसरे नंबर पर पूर्व मंत्री एवं सपा नेता गायत्री प्रसाद और तीसरे नंबर पर बसपा के रामजी रहे थे। अमेठी में इस बार पांचवें चरण में मतदान होगा।