मोदी के मन की बात: भ्रष्टाचार करता है देश को खोखला

नयी दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि भ्रष्टाचार दीमक की तरह देश को खोखला करता है, ऐसे में हमें अपने कर्तव्यों को प्राथमिकता देनी चाहिए क्योंकि जहां कर्तव्य सर्वोपरि होता है वहां भ्रष्टाचार नहीं रह सकता। आकाशवाणी पर प्रसारित ‘मन की बात कार्यक्रम’ में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। भ्रष्टाचार दीमक की तरह देश को खोखला करता है। लेकिन उससे मुक्ति के लिए 2047 का इंतजार क्यों ?उन्होंने कहा, ‘‘ ये काम हम सभी देशवासियों को, आज की युवा-पीढ़ी को मिलकर करना है, जल्द से जल्द करना है और इसके लिए बहुत जरुरी है कि हम अपने कर्तव्यों को प्राथमिकता दें। जहां कर्तव्य निभाने का एहसास होता है, कर्तव्य सर्वोपरि होता है, वहाँ भ्रष्टाचार फटक भी नहीं सकता। प्रधानमंत्री ने यह बात उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की नव्या वर्मा के पोस्टकार्ड में अपने सपने के बारे में लिखी बातों के जवाब में कही। मोदी ने बताया कि उन्हें प्रयागराज की नव्या वर्मा ने पोस्टकार्ड भेजकर लिखा है कि उनका सपना 2047 में ऐसे भारत का है जहाँ सभी को सम्मानपूर्ण जीवन मिले, जहाँ किसान समृद्ध हों और भ्रष्टाचार न हो। उन्होंने कहा कि अमृत महोत्सव पर उन्हें ढेरों पत्र और संदेश मिलते हैं जिनमें कई सुझाव भी होते हैं और इसी श्रृंखला में उन्हें एक करोड़ से ज्यादा बच्चों ने अपने मन की बात पोस्टकार्ड के जरिए लिखकर भेजी है। प्रधानमंत्री मोदी ने महात्मा गांधी की 74वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कोरोना वायरस महामारी का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना की नयी लहर से भारत बहुत सफलता के साथ लड़ रहा है और यह गर्व की बात है कि अब तक करीब साढ़े चार करोड़ बच्चों ने कोरोना रोधी टीके की खुराक ले ली है। उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि 15 से 18 साल आयु-वर्ग के लगभग 60 प्रतिशत युवाओं ने तीन से चार हफ्ते में ही टीके लगवा लिए हैं। इससे न केवल हमारे युवाओं की रक्षा होगी बल्कि उन्हें पढाई जारी रखने में भी मदद मिलेगी। मोदी ने कहा कि एक और अच्छी बात यह भी है कि 20 दिन के भीतर ही एक करोड़ लोगों ने एहतियाती खुराक भी ले ली है। देशी टीके पर देशवासियोँ के भरोसे को बड़ी ताकत बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘अब कोरोना संक्रमण के मामले भी कम होने शुरू हुए हैं जो बहुत सकारात्मक संकेत है। लोग सुरक्षित रहें, देश की आर्थिक गतिविधियों की रफ़्तार बनी रहे – हर देशवासी की यही कामना है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में ‘स्वच्छता अभियान’ का उल्लेख किया तथ एकल उपयोग प्लास्टिक के खिलाफ अभियान में और तेज़ी लाने की जरूरत बतायी। उन्होंने ‘वोकल फॉर लोकल’ का जिक्र करते हुए कहा कि यह हमारी जिम्मेवारी है, हमें आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए जी-जान से जुटे रहना है।