माया ने सपा पर जमकर बोला हमला: सावधान रहने की दी सलाह

डेस्क। मायावती ने शुक्रवार को अमरोहा में रैली को संबोधित किया। इस दौरान मायावती ने यूं तो सभी दलों पर हमला बोला, लेकिन जिस मुखरता से वह सपा पर अटैक करती दिखी हैं, उससे संदेश साफ है कि वह दलितों और अति-पिछड़ों को उसके पाले में नहीं जाने देना चाहतीं। खासतौर पर अति पिछड़े वर्ग के मतदाताओं को लेकर यह संभावना जताई जा रही थी कि यह सपा के पाले में जा सकता है। लेकिन मायावती के रवैये ने अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। 1989 के दंगों का जिक्र हो या फिर 2012 में अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के आरक्षण के बिल को फाडऩे की बात हो। मायावती इन घटनाओं का जिक्र कर सीधे तौर पर सपा पर हमला बोल रही हैं। वह जोर देकर कह रही हैं कि सपा के कार्यकाल में दलितों और अति-पिछड़ों के साथ सौतेला व्यहार किया गया था। यही नहीं बिजनौर से अपने सांसद रहने के दौरान का जिक्र करते हुए मायावती ने कहा कि उस दौरान दंगे हुए थे और वह बिजनौर नहीं जा सकी थीं। तब कलेक्टर यादव समाज का था और उसने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया था। कलेक्टर की जाति का जिक्र, बिल को फाडऩे का लगातार प्रचार करके मायावती ने साफ किया है कि वह अपने मतदाताओं को किस तरह बांधने की कोशिश में जुटी हैं।