श्यामल मुखर्जी, गाजियाबाद। इस समय जनपद में प्रदूषण के स्तर का आलम यह है कि एकयूआई 262 से बढक़र 304 पहुंच चुकी है और अब गाजियाबाद येलो जोन से निकलकर रेड जोन में पहुंच चुका है। शहर में तापमान की बढ़ोतरी के साथ ही प्रदूषण का स्तर भी तेजी से बढऩे लगा है। वायु प्रदूषण का स्तर अब 42 अंक बढक़र 304 पहुंच चुका है। वर्तमान में गाजियाबाद में पीएम 2.5 प्रदूषण के मापदंडों से 3:30 गुना ज्यादा रहा। पूरे जनपद में सबसे ज्यादा प्रदूषित क्षेत्र रहा लोनी जहां की खबर है एयर क्वालिटी इंडेक्स 319 से बढक़र 349 हो गया। ऐसे में इस क्षेत्र के बच्चों बुजुर्गों तथा गर्भवती महिलाओं एवं अस्थमा के रोगियों को सांस लेने में काफी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार गाजियाबाद का एयर क्वालिटी इंडेक्स बुधवार को 287 था जो कि बृहस्पतिवार को 262 प्राप्त हुआ । यदि हवा तेज होती है तो प्रदूषण के कणों को बाहर ले जाती है । परंतु इस समय हवा की रफ्तार धीमी होने के कारण वायुमंडल में तैरते हुए प्रदूषण के कणों का प्रभाव बढ़ गया है।इंदिरापुरम क्षेत्र में भी प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी देखने को मिली है। यहां का एकयूआई 204 से बर्गर 294 पर पहुंच गया है। पिछले 1 हफ्ते के अंदर ही तापमान में 7 डिग्री की बढ़ोतरी हुई है। आने वाले 1 हफ्ते तक तापमान 25 से 26 डिग्री सेल्सियस तक बने रहने की संभावना है। इस समय ठंडे पानी के सेवन तथा पंखे चलाने से बचना चाहिए । बदलते मौसम का असर हमारे पाचन क्रिया पर भी पड़ता है इसलिए इस समय हमें खानपान में भी सावधानी बरतनी चाहिए।
देश में सब दूसरा सबसे प्रदूषित शहर है गाजियाबाद
