पूर्वांचल में छोटे दलों का होगा लिटमस टेस्ट

डेस्क। चुनाव अब पूर्वांचल की ओर बढ़ चला है। यही वह चरण है जिसमें छोटे दलों की भूमिका अहम मानी जा रही है। जाति आधारित पार्टियां इस बार भाजपा और सपा के साथ मैदान में हैं। बेटी की पार्टी अगर भाजपा के साथ मैदान में है तो मां अखिलेश यादव के साथ हैं। आगे के चरणों में होने वाले मतदान में इन्हीं छोटे दलों की परीक्षा होगी, साथ में परिणाम आने के बाद इनके दावें के हकीकत का भी पता चलेगा। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के मुखिया ओम प्रकाश राजभर वर्ष 1996 में बसपा के जिला अध्यक्ष बनें। वर्ष 2001 में सोनेलाल पटेल कि पार्टी अपना दल में शामिल हुए और अक्तूबर 2002 में सुभासपा का गठन किया। वर्ष 2017 के चुनाव में भाजपा से गठबंधन कर आठ सीटों पर चुनाव लड़े और चार सीटें जीतीं। योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री बने, लेकिन मनमुटाव होने पर राह अलग कर ली। इस बार सपा से गठबंधन कर 18 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। इसमें से एक सपा के सिंबल पर है। ओमप्रकाश राजभर वोट बैंक अपने साथ होने का दावा करते हैं। अब देखना होगा कि इस चुनाव में यह वोट बैंक इनका कितना साथ देता और कितनी सीटें जितवा पाते है। निषाद पार्टी ने वर्ष 2017 के चुनाव में पीस पार्टी, अपना दल (कमेरावादी) और जन अधिकारी पार्टी के साथ गठबंधन कर 100 सीटों पर चुनाव लड़ा। भदोही के ज्ञानपुर सीट से विजय मिश्रा को जीत मिली। निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद गोरखपुर ग्रामीण से मैदान में उतरे और 34901 वोट पाकर तीसरे नंबर पर रहे। गोरखपुर सीट पर साल 2018 में हुए उप चुनाव में उनके बेटे प्रवीण निषाद सपा उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़े और जीत दर्ज की। इस बार भाजपा से गठबंधन कर 16 सीटों चुनाव लड़ रहे हैं, इनमें से उनके कुछ उम्मीदवार भाजपा के सिंबल पर हैं। संजय निषाद अपनी बिरादरी का वोट अपने साथ होने का दावा कर रहे हैं। इस दावे की अब परीक्षा की घड़ी आई है। अपना दल (एस) की मुखिया अनुप्रिया पटेल भाजपा के साथ हैं तो उनकी मां अपना दल (कमेरावादी) कृष्णा पटेल समाजवादी पार्टी के साथ हैं। मां और बेटी दोनों पटेल बिरादरी के वोट बैंक अपना दावा कर रही हैं। अपना दल एस भाजपा के साथ है। भाजपा ने वर्ष 2017 के चुनाव में अपना दल एस को 11 सीटें दी थीं, जिसमें वह नौ सीटें जीती थी। इस चुनाव में भाजपा ने 17 सीटें उसे दी हैं। वहीं उसकी मां की पार्टी अपना दल कमेरावादी को सपा मुखिया अखिलेश ने छह सीटें दी हैं। अनुप्रिया की बहन पल्लवी पटेल सिराथू विधानसभा सीट से केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं। अब देखना होगा कि मां-बेटी का दावा कहां तक सही साबित होता है।