देवरिया सदर सीट: सपा से बीजेपी की कड़ी टक्कर, कांग्रेस भी अड़ी

चुनाव डेस्क। देवरिया सदर सीट पर विधानसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) को समाजवादी पार्टी (सपा) से कड़ी टक्कर मिलने के आसार दिख रहे हैं। देवरिया सदर सीट से भाजपा ने अपने प्रत्याशी के रूप में पत्रकार से नेता बने शलभ मणि त्रिपाठी को चुनाव मैदान में उतारा है,तो सपा ने यहां से भाजपा विधायक रह चुके स्वर्गीय जनमेजय सिंह के पुत्र पिंटू सिंह को टिकट दिया है। इन दोनो की लड़ाई में बसपा के रामशरण सिंह तथा कांग्रेस के पुरूषोत्तम सिंह समीकरणों को उलटफेर करने का माद्दा रखते हैं। चुनावी विश्लेषकों के अनुसार देवरिया सदर से विधायक जनमेजय सिंह के निधन के बाद 2020 में हुए उप चुनाव में भाजपा ने यहां से राजनीति विभाग के प्रोफेसर डा.सत्य प्रकाश मणि त्रिपाठी को चुनाव मैदान में उतारा था जिन्होंने सपा के वरष्ठि नेता ब्रह्मा शंकर त्रिपाठी को 20089 मतों से पराजित किये थे।इस चुनाव में दिवगंत विधायक पुत्र पिन्टू सिंह ने भाजपा से टिकट न मिलने पर निर्दलीय के रूप में चुनाव मैदान में आकर 19299 मत पाकर चौथे स्थान पर रहे थे।बसपा के अभय नाथ त्रिपाठी को 22069 मत मिला था। भाजपा ने 2022 के चुनाव में मौजूदा विधायक सत्य प्रकाश मणि त्रिपाठी का टिकट काटकर यहां शलभ मणि त्रिपाठी को चुनाव मैदान में उतारा है,तो सपा ने यहां से उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में भाग्य आजमाने वाले पिंटू सिंह को सपा ने यहां की लड़ाई को रोमांचक बना दिया है। उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पिंटू को करीब 20000 मत मिले थे और इसी चुनाव में सपा के ब्रह्मा शंकर त्रिपाठी को 48643 मत मिले थे।चुनावी वश्लिेषकों के अनुसार उपचुनाव में सपा के ब्रह्मा शंकर और पिंटू के 19299 के मतों को एक साथ जोड़ दिया जाय तो दोनों की मतों की 67948 होती है। उपचुनाव में भाजपा के प्रत्याशी सत्य प्रकाश मणि को 68732 मत मिले थे। वश्लिेषकों के अनुसार उपचुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उतरे पिंटू सिंह को इस सपा ने उनको यहां से मैदान में उतारा है। चुनावी विश्लेषकों का मानना है कि इस बार के चुनाव में पिंटू सिंह की स्थित उपचुनाव के मुकाबले काफी बेहतर दिख रही है क्योंकि इस बार पिंटू सपा के बैनर पर चुनाव लडक़र भाजपा को यहां से कड़ी टक्कर दे रहे हैं।