मौत का सौदागर बना नर्सिंगहोम संचालक

sultanpur
सुलतानपुर। कई मौतों के जिम्मेदार फायजा हॉस्पिटल के संचालक डा. सादिक अली अपनी पहुंच के दम पर सजा से बचे हुए हैं। जानकारी कम और बयाना बड़ा-बड़ा थामने वाले डाक्टर सादिक अली अपने पेषे को बदनाम कर रहे हैं। फायजा हॉस्पिटल के संचालक डाक्टर सादिक अली सिर्फ फायजा अपने फायदा के लिए चला रहे हैं। मरीज व तीमारदारों से जिस अंदाज में बात करते हैं लगता है कि डा. सादिक डाक्टर न होकर कोई राजा हों और जिससे बात कर रहे हैं वह उनका रियाया है। चंद वर्षों में डाक्टर सादिक ने कौन सी जादू की छड़ी घुमा दिया कि इतने बड़े हॉस्पिटल के मालिक बन बैठे। ज्यादा दिनों की बात नही है यही डाक्टर सादिक षहर के निजी अस्पतालों चंद रुपयों के लिए घूम-घूमकर दलाली और ऑपरेषन किया करते थे। आखिर कौन सा उन्हे कारून का खजाना मिल गया जो उन्होंने इतना आडम्बर इक_ा कर लिया। डाक्टर सादिक की इनकम की जांच भी जरूरी होगी और पिछले दिनों हुई मौत जिनमें डाक्टर सादिक अली का नाम आया है। उसकी जांच भी जरूरी है। अन्यथा इसी तरह से प्रषासन और स्वास्थ्य विभाग सोता रहा तो कइयों को और डाक्टर के द्वारा मौत की नींद सुला दिया जाएगा। सूत्रों की मानें तो फायजा हॉस्पिटल सादिक अली की काबिलियत से नही बल्कि उनके द्वारा छोड़े गए दलालों से चल रहा है। जो पूरे जिले में घूम-घूमकर मरीजों को लाते हैं और बदले में मोटा कमीषन पाते हैं। स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते ऐसे डाक्टरों के हौसले बढ़े हैं। जबकि विभाग को चाहिए कि ऐसे निजी अस्पताल और उनके संचालक जिस पर मरीजों की मौत से लेकर अधिक धन उगाही और मरीज व तीमारदारों से बदसलूकी का आरोप लग चुका है। उसकी नियमित जांच करनी चाहिए और नियमों के तहत काम करने की चेतावनी देनी चाहिए वरना आने वाले वक्त में ऐसे डाक्टरों से बेगुनाह मरीजों की जानमाल का खतरा बना रहेगा।